Credit Card: आज के दौर में क्रेडिट कार्ड एक जरुरत की तरह बन गई है। नौकरी पेशा लगभग हर युवा अपने पास क्रेडिट कार्ड रखता है। कई लोगों के पास एक से ज्यादा बैंकों के क्रेडिट कार्ड उपलब्ध होते हैं। दरअसल, क्रेडिट कार्ड हमें उस समय पर बड़ी सहायता देते हैं जब हमारे पास पैसे नहीं होते लेकिन शॉपिंग जरुरी होती है।
हमारी इस मजबूरी का न सिर्फ बैंक फायदा उठाते हैं बल्कि दुकानदार भी फायदा उठाते हैं। आईए आपको बताते हैं कि कैसे दुकानदार हमसे एक्सट्रा पैसा चार्ज करते हैं और हम खुशी-खुशी दे भी देते हैं।
दुकानदार हमसे एक्सट्रा चार्ज करते हैं
जब भी हम शापिंग के लिए किसी दुकान पर क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करते हैं तो हमें किसी भी वस्तु के मूल्य से 2-3 प्रतिशत एक्सट्रा पे करना पड़ता है। 2-3 प्रतिशत को एक छोटा अमाउंट मानते हुए हम पे भी कर देते हैं, लेकिन शायद आपको पता नहीं है कि ये अमांउट आपको नहीं बल्कि उस दुकानदार को बैंको को देना होता है।
दुकानदार करते हैं धोखाधड़ी
शापिंग के समय हम पोओस मशीन के जरिए क्रेडिट कार्ड से पेमेंट करते हैं जिस पर हमें 2 -3प्रतिशत एक्सट्रा चार्ज देना पड़ता है। आपको बता दें कि बैंक पोओस मशीन के इस्तेमाल के बदले दुकानदार से 2-3 प्रतिशत चार्ज करते हैं लेकिन इस राशि को दुकानदार खुद न देकर ग्राहकों से दिलवाता है। इसका अर्थ यह हुआ कि हम वो पेमेंट करते हैं जो हमें नहीं करनी।
आप कर सकते हैं शिकायत
आरबीआई के नियम के मुताबिक बैंक पोओस मशीन पर होने वाले क्रेडिट कार्ड ट्रांजेक्शन के लिए दुकानदार से 2 प्रतिशत एक्सट्रा चार्ज करते हैं। कोई भी दुकानदार इस राशि को किसी ग्राहक को देने के लिए बाध्य नहीं कर सकता है। अगर कोई दुकानदार ऐसा करता है तो उसके खिलाफ शिकायत हो सकती है। संबंधित बैंक शिकायत के बाद दुकानदार से साझेदारी को तोड़ सकता है। इसलिए ज्ञान ही आज के दौर में सबसे बड़ा हथियार है। बैंकिंग क्षेत्र में लगातार हो रहे प्रयोगों से खुद को अपडेट रखना जरुरी है।यही एक जागरुक उपभोक्ता की पहचान है।