Vastu Tips: हम सभी अपने घर को सुंदर, सुसज्जित व साफ सुथरा रखने के साथ-साथ ऊर्जावान् अनुभूति से ओतप्रोत रखना चाहते हैं। भारतीय वास्तु में घर की दशा और दिशा के अनुसार चीजों को रखने व सजाने की सलाह दी जाती है ताकि सुंदरता के साथ घर में सुख समृद्धि भी बनी रहे।
प्रायः देखा जाता है कि कुछ लोग अपने निवास पर फव्वारा लगाते हैं। वास्तु शास्त्र में इसे बहुत शुभ सूचक माना जाता है क्योंकि निरंतर प्रवाहित होता हुआ जल धन धान्य को आकर्षित करता है तथा बहते हुए जल से पॉजिटिव एनर्जी क्रिएट होती है।
आइए जानते हैं वास्तु के अनुसार घर में फव्वारा लगाने की सही दिशा कौन सी है ताकि आपके घर में हमेशा तरक्की होता रहे। अगर आप इस लेख में आगे दी गई जानकारी को ध्यान से पढ़ते हैं तथा आप वैसा ही करते हैं तो धीरे-धीरे आपकी जिंदगी बेहतर होती चली जाएगी।
फव्वारा लगाने की सही दिशाएं
- वास्तु के अनुसार घर के मुख्य द्वार के ठीक सामने फव्वारा लगाना उत्तम होता है। ऐसा करने से धन का आगमन होने के साथ निरंतर सकारात्मक ऊर्जा का संचार बना रहता है।
- वास्तु में उत्तर दिशा को कुबेर की दिशा माना जाता है अतः यदि फव्वारे को उत्तर दिशा या ईशान कोण में लगाया जाए तो कुबेर की कृपा से सुख समृद्धि कायम रहती है। गहन वास्तुविदों की माने तो वाटर फाउंटेन को घर के दाहिने कोने में रखना सर्वोत्तम होता है क्योंकि ऐसा माना जाता है कि इस कोने में ब्रह्मांड की समस्त ऊर्जा एकत्रित होती है। अतः इस स्थान पर फव्वारा होने से उर्जा का संचार जल के साथ आपके घर में होने लगेगा।
- यहां यह भी बताना आवश्यक है कि घर के दक्षिण, दक्षिण-पूर्व या पश्चिम दिशा में फव्वारा कदापि न लगाएं। क्योंकि यह अशुभ सूचक होने के साथ ही घर परिवार में परेशानी पैदा करने का कारक होता है।
फव्वारा लगाने से पहले ध्यान रखने योग्य बातें
- घर में फव्वारा लगाने से पूर्व इस बात को सुनिश्चित कर लें कि भविष्य में उसका जल प्रवाह अवरोधित ना हो क्योंकि यदि ऐसा होता है तो यह आपकी उन्नति के मार्ग में व्यवधान उत्पन्न होने का लक्षण हो सकता है।
- वास्तु के अनुसार शयन कक्ष में वाटर फाउंटेन कभी ना रखें क्योंकि यह आपसी मतभेद का कारण बनने लगता है।
- यदि आपने अपने घर पर फव्वारा लगाया है तो उसे हमेशा साफ सुथरा वह निर्बाध गतिशील बनाए रखना चाहिए क्योंकि फव्वारे में दोष आने का नकारात्मक प्रभाव आपके दैनिक जीवन पर भी पड़ने लगेगा।