Vastu Tips: भारतीय वास्तु शास्त्र में हमारे दैनिक जीवन से जुड़े कुछ विशेष नियमों का उल्लेख है जिनका अनुपालन करने से हमारे जीवन की दशा न दिशा में सकारात्मक बदलाव आता है। इसीलिए वास्तु शास्त्र में घर की हर छोटी से बड़ी चीज के लिए एक निश्चित दिशा नियत की गई है। यदि हम इसका उल्लंघन करते हैं तो जीवन में इसके नकारात्मक परिणाम दिखने लगेंगे।
कई बार हमें जीवन में कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है और ऐसा लगता है कि ये परेशानियां खत्म होने का नाम ही नहीं ले रही हैं। मसलन कभी कभी व्यक्ति कर्ज के बोझ से इतना दब जाता है कि ऐसा लगता है कि क़र्ज़ खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा है और उसे चुकाने में उसे काफी समय लग जाता है और काफी परेशानियों का सामना भी करना पड़ता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार इसका करण कुछ ऐसी गलतियां हैं जिन्हें हम जाने अनजाने दोहराते रहते हैं। आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि वास्तु शास्त्र के अनुसार व्यक्ति को ऐसी कौन-कौन सी गलतियों को करने से बचना चाहिए।
प्रवेश द्वार पर कदापि न रखें कूड़ा दान
वास्तु शास्त्र में घर की हर चीज के लिए दिशा निर्धारित है। इसी प्रकार हमें कूड़ेदान को भी घर में किसी भी स्थान पर नहीं रख देना चाहिए। विशेष रूप से घर के बाहर अर्थात् प्रवेश द्वार पर तो बिल्कुल ही नहीं रखना चहिए। ऐसा करने से माता लक्ष्मी की कृपा नहीं प्राप्त होती तथा वह रूष्ट हो जाती हैं। साथ ही हमारी मान प्रतिष्ठा भी समाज में कम होने लगती है।
बेड पर बैठ कर भोजन करना है अनुचित
शास्त्रों के अनुसार बिस्तर पर भोजन करना रोग को निमंत्रण है। ऐसा करने से बुरे सपने भी आते हैं और खास तौर पर माता लक्ष्मी अप्रसन्न होती हैं जिससे घर की सुख समृद्धि बाधित होती है।
कभी ना रखें रसोईघर में जूठे बर्तन
वास्तु के अनुसार रात को सोने से पहले रसोई घर की सफाई करके सोने जाएं। साथ ही जूठे बर्तन रसोई में कभी नहीं छोड़ने चाहिए। सभी बर्तनों को साफ करके करीने से रसोई में लगा कर तब सोना चाहिए। ऐसा करने से देवी अन्नपूर्णा और मां लक्ष्मी की कृपा आप पर सदैव बनी रहेगी।
खाली बाल्टी कभी नहीं रखनी चाहिए बाथरुम में
स्नान घर में हमें कभी भी खाली बाल्टी नहीं छोड़ना चाहिए। हमेशा बाल्टी में पानी भर के रखें। ऐसा करने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार बना रहता है। शेष बाल्टियों को उल्टा करके रख दें। ताकि सकारात्मकता बनी रहे और घर में बुरे प्रभाव बिल्कुल भी ना आएं।