क्या आप जानते है कि लक्ष्मी विलास पैलेस के सामने लंदन का बकिंघम पैलेस बौना दिखता है। जी हां, अगर हम बात आर्किटेक्चर और कला की करें, और ऐसे में भारत के खूबसूरत महलों का वर्णन न हो, तो बात अधूरी रह जाती है। जब भी आपने विशाल महलों की कल्पना की होगी तो दुनिया के कुछ चुनिंदा महल ही आपके दिमाग में आये होंगे।

उनमे भी लंदन के बकिंघम पैलेस, इटली का वैटिकन पैलेस, स्पेन के रॉयल पैलेस ऑफ मेड्रिड आदि। अब अगर हम आपसे ये कहे कि हमारे देश में एक महल ऐसा है जो खूबसूरती और बनावट के मामले में इन सभी महलों को मात देता है, तो शायद आप हमारी बात पर जरा भी यकीन न करें लेकिन ये बिल्कुल सच है।
भारत में है ये आलीशान महल
जी हां, हम बात कर रहे हैं गुजरात राज्य के वडोदरा में स्थित लक्ष्मी विलास पैलेस की, जो 700 एकर में फैला हुआ है। बताया जाता है कि ये महल लंदन के बकिंघम पैलेस से आकार में चार गुना ज्यादा बड़ा और कही अधिक विशाल और विराट है। अपनी खूबसूरती और बेहतरीन वास्तु कला के चलते, इस महल की गिनती दुनिया के सबसे खूबसूरत महलों में कई जाती है।
इस महल का निर्माण सन 1890 में महाराजा सयाजी राव ने करवाया था। बताया जाता है कि इस महल के निर्माण के लिए राजा ने दो अंग्रेज अधिकारी मेजर चार्ल्स मेन्ट और आर एफ चिलोसेम को नियुक्त किया था। इंडो-सारासेनिक परंपरा से बने इन महलों में, आप इस्लामिक और यूरोपीय वास्तुशिल्प का मिला जुला रूप देख सकते हैं।
पैलेस में हैं 170 कमरे
लक्ष्मी विलास पैलेस में 170 कमरे हैं, जिसे सिर्फ दो लोग यानी महाराजा और महारानी के लिए बनाया गया था। लक्ष्मी विलास महल के प्रवेश द्वार में एक आकर्षक फव्वारे से सजा हुआ एक आंगन है। महल के अंदरूनी हिस्से को आकर्षक बनाने के लिए कई संगमरमर की टाइलें और अन्य कलाकृतियाँ इस्तेमाल की गई हैं।
शायद आपको जानकर हैरानी हो लेकिन उस समय में भी महल के अंदर एलीवेटर जैसी आधुनिक सुविधाएं थी। ये भारत में अभी तक का बना सबसे बड़ा पैलेस है, जिसके अंदर और भी कई बिल्डिंग जैसे मोती बाग पैलेस, माकरपुरा पैलेस, प्रताप विलास पैलेस और महाराजा फतेह सिंह म्यूजियम भी है।