इस कंपनी ने मात्र 247 लीटर दूध से शुरू किया था बिजनेस, अब बन चुकी है बहुत बड़ी कंपनी, रोज करती है 150 करोड़ की कमाई

सुबह की चाय के लिए दूध की जरूरत या फिर नाश्ते में ब्रेड पर लगने वाला बटर हो इसके लिए सिर्फ़ एक ही नाम याद आता है अमूल। अमूल दूध पीता है इंडिया आपने यह लाइन अक्सर सोशल मीडिया या फिर टीवी विज्ञापन पर जरूर देखी होगी। अमूल अपनी बेस्ट क्वालिटी के प्रोडक्ट बनाने वाली नंबर वन कंपनी बन चुकी है। इसकी रोजाना की आमदनी 150 करोड़ से भी ज्यादा है। आज हम आपको बताएंगे कि भारत की गुजरात में स्थित एक छोटी सी दूध की डेरी कैसे दुनिया की नंबर 1 ब्रांड बन गई।

Amul Success Story

आजादी के समय ब्रिटिश सेना किसानों का शोषण करती थी। जिसको देखते हुए अमूल डेयरी की स्थापना की गई। मगर आज भी भारत देश में ज्यादातर अमूल के प्रोडक्ट ही उपयोग करें जाते हैं। आज के समय में बाजार में अमूल के दूध, घी, पनीर, आईसक्रीम, छाछ, मक्खन सभी प्रोडक्ट्स मिल जाते हैं। अमूल एक सहकारी दूध उत्पादक की कंपनी है। अमूल का पूरा नाम आनंद मिल्क यूनियन लिमिटेड है। इसकी स्थापना आजादी से पहले स्वतंत्रता सेनानी त्रिभुवनदास पटेल ने करी थी।

दूध के नाम पर किसानों के साथ शोषण

दरअसल 1940 के दशक में में व्यापारियों द्वारा उत्पादक किसानों का खूब शोषण किया जाता था उस वक्त पॉलसन की मुख्य डेयरी किसानों से कम दामों में दूध लेकर ज्यादा दामों में बेचा करते थे। इस समस्या से निजात दिलाने के लिए किसानों ने वहां के त्रिभुवनदास पटेल की सहायता मांगी और उन्होंने सरदार वल्लभ भाई पटेल से मुलाकात की । भारत को दूध उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने और किसानों की ख़राब दशा सुधारने के लिए वर्गीज कुरियन ने 1949 में अमूल में अपना योगदान दिया. दरअसल कुरियन को मिल्क मैन भी कहा जाता था।

शुरुआती दिनों में कंपनी की क्षमता 250 लीटर 1 दिन की हुआ करती थी और कंपनी के कुल 7.64 लाख मेंबर थे। जिसके बाद कंपनी रोजाना कुल 33 लाख लीटर दूध का कलेक्शन करने लगी और अब कंपनी का लगभग 50 लाख लीटर दूध हैंडलिंग की क्षमता है। अमूल कंपनी का पूरी दुनिया में दूध उत्पादक के रूप में 1.2 का हिस्सा है।

अमूल को मिली पोलसन से टक्कर

अमूल बटर की शुरुआत 1956 में हुई थी। लेकिन देश के अन्य ब्रांड भी अमूल बटर को टक्कर दे रहे थे। दरअसल अमूल कंपनी अपने मक्खन में नमक नहीं मिलाती थी मगर पॉलसन कंपनी अपने बटर में नमक मिलाया करती थी जिसकी वजह से पॉलसन कंपनी कड़ी टक्कर देने लगी। जिसके बाद अमूल कंपनी ने अपना एक विज्ञापन निकाला जिसमें एक छोटी बच्ची को दिखाया गया। इसके बाद अमूल गर्ल दुनिया भर में मशहूर हो गई और इसके विज्ञापन ने गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड भी बनाया। अमूल के विज्ञापन में कभी भी किसी बड़े एक्टर को शामिल नहीं किया गया इसमें सिर्फ अमूल गर्ल को उपयोग करा गया।

अमूल का सलाना टर्न ओवर

अमूल का सालाना टर्नओवर 2019 में 38,542 करोड़ था। वहीं 2020 में यह बढ़कर 39,242 करोड़ हो गया। साल 2021 में यह 61000 करोड़ हो गया। अब साल 2022 की बात कारें तो यह बढ़कर 610 बिलियन इंडियन रूपए है। अमूल सरकारी संस्था के रूप में काम करता है इसलिए मुनाफे को लेकर ज्यादा काम नहीं किया जाता। अमूल कंपनी पर सभी लोगो का विश्वास है।

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