भारत में हर रोज लाखों लोग ट्रेन से सफर करते हैं क्योंकि ट्रेन का सफर सस्ता और सुविधाजनक माना जाता है। ऐसे में वेटिंग लिस्ट और बाकी की परेशानियों से बचने के लिए लोग पहले से ही टिकट की बुकिंग कर लेते हैं।
भारत में त्योहारों के सीजन में कंफर्ट सीट मिल पाना बहुत बड़ी बात होती है। लेकिन भारतीय रेल द्वारा गर्भवती महिलाओं और बुजुर्गों के लिए कुछ खास सुविधाएं दी जा रही हैं जिसकी जानकारी रेल मंत्री द्वारा दी गई है।
आज के आलेख में हम आपको भारतीय रेलवे द्वारा महिलाओं व वरिष्ठ नागरिकों के लिए उपलब्ध कराई जा रहीं इन विशेष सुविधाओं से अवगत कराने जा रहे हैं। हमारे आलेख पर अंत तक बने रहें और जानिए कि कौन सी व किस प्रकार की हैं ये सुविधाएं।
रेल मंत्री अश्विनी कुमार ने किया इस पहल का ऐलान
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने गर्भवती महिलाओं और वरिष्ठ नागरिकों के लिए इन सुविधाओं की शुरुआत करने की घोषणा की। हर रोज लगभग 10000 से अधिक ट्रेनों का संचालन भारत में होता है जिसमें छात्रों, बुजुर्गों और गर्भवती महिलाओं के लिए कुछ खास सुविधाएं उपलब्ध की जा रही है जिसके अनुसार सीनियर सिटीजन को उनकी कंफर्ट सीट के लिए लोअर बर्थ का टिकट सबसे पहले दिया जाना चाहिए।
45 साल के ऊपर की महिलाओं के लिए भी यह ऑप्शन सेलेक्ट किया जा रहा है जिसमें लोअर सीट सीनियर सिटीजंस और 45 वर्ष से ऊपर की महिलाओं को मुहैया कराई जाएगी ताकि उन्हें यात्रा के दौरान किसी प्रकार की कोई परेशानी ना हो।
गर्भवती महिलाओं के लिए खास सुविधा
भारतीय रेल द्वारा बुजुर्गों के साथ-साथ गर्भवती महिलाओं के लिए भी लोअर बर्थ की सुविधा उपलब्ध कराने का ऐलान किया गया है। भारतीय रेलवे के अनुसार सबसे पहले सीनियर सिटीजन और महिलाओं के साथ गर्भवती महिलाओं के लिए अलग से लोअर बर्थ आरक्षित करने की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी और यदि किसी कारणवश बुजुर्ग और गर्भवती महिलाओं को अपर बर्थ की सीट मिल जाती है तो टिकट चेकिंग के दौरान स्टाफ का यह नैतिक व वैधानिक कर्तव्य होगा कि वह महिला को लोअर बर्थ खाली कराकर उसे सीट दिलवाए।
किस बर्थ में कितने रिजर्व बर्थ?
आपको बता दें कि स्लीपर कोच में 45 साल की उम्र से अधिक महिलाओं और गर्भवती महिलाओं के लिए कुल 6 लोअर बर्थ रिजर्व होते हैं वही थर्ड एसी में 4 और सेकंड एसी में तीन लोअर बर्थ महिलाओं के लिए रिजर्व होते हैं।