घर में भूलकर भी न रखें ये दो चीजें, वरना रातों-रात हो जाएंगे कंगाल, आपका परिवार भी हो सकता है बर्बाद

ऐसी वस्तुओं का हमारे जीवन में बहुत गहरा असर पड़ता हैं जो घर में हमारे आस पास होती हैं। जो लोग पारिवारिक जीवन में रहते हैं, उन्हें ये चीज़ें अपने घर में कदापि नहीं रखनी चाहिए। वरना आप सच में मुसीबत में पड़ जाएंगे। इन दो चीजों को घर में बिल्कुल भी न रखें, अगर आपने इसे गंभीरता से नहीं लिया तो आपके परिवार में तबाही मच सकती हैं।

Shaligram and Ek Mukhi Rudraksha

ये दोनों चीजें अत्यधिक शक्तिशाली हैं। परंतु यदि आपको इनका सही उपयोग करना नहीं आता तो यह आपके और आपके परिवार के लिए घातक साबित हो सकता हैं। वो दो चीजें कौन सी हैं चलिए जानते हैं।

शालिग्राम

शालीग्राम यह एक प्रकार का पत्थर है, जिसका प्रयोग भगवान के प्रतिनिधि के रूप में किया जाता हैं। शिव लिंग के रूप में लगभग गोल या अंडाकार शालिग्राम का उपयोग किया जाता है। शालीग्राम भगवान विष्णुजी का प्रसिद्ध नाम है।

पुराणों के अनुसार – गण्डकी नदी अर्थात नारायणी नदी के एक प्रदेश में शालिग्राम स्थल नाम का एक महत्त्वपूर्ण स्थान है, यह वहीं पाया जाता हैं। शालिग्राम शिला के स्पर्शमात्र से अनेक जन्मों के पाप का नाश हो जाता है। हिन्दू धर्म में इसकी पूजा की जाती हैं।

आजकल बाजारों में किसी भी काले रंग के पत्थर को शालिग्राम कहकर बेचा जाता हैं। और मजे की बात ये है कि एक आम व्यक्ति के लिए असली और नकली शालीग्राम में अंतर समझ पाना बहुत ही मुश्किल है। यह आपका जीवन बना भी सकता हैं अगर आप को इसका सही इस्तेमाल करना आता हो। यह किसी खजाने से कम नहीं है। और आपके जीवन के लिए विनाशकारी भी साबित हो सकता हैं यदि आप को इसका सही उपयोग नहीं पता। इसलिए कहते हैं कि घर में शालिग्राम रखना नहीं चाहिए।

एक मुखी रुद्राक्ष

एक मुखी रूद्राक्ष  रुद्राक्ष भगवान शिव का प्रतीक होता है। भगवान शिव अपनी भुजाओं एवं गले में रुद्राक्ष को धारण किए होते हैं।

कहते हैं एक मुखी रुद्राक्ष साक्षात भगवान शिव का रूप होता है। यह रुद्राक्ष का उत्पन्न तब हुआ था, जब भगवान शिव के आंखों से पहली बार एक आंसू का बूंद नीचे गिरा था। लेकिन यह रुद्राक्ष बहुत ही दुर्लभ रुद्राक्ष है जिसे पाना इतना आसान नहीं होता।

एक मुखी रुद्राक्ष पर सूर्य का अधिकार होता है। शरीर को एक मुखी रुद्राक्ष का स्वामी माना जाता है जिस कारण यदि एक मुखी रुद्राक्ष का कोई अपमान करता है या उसे नियम पूर्वक धारण नहीं करता है तो उस व्यक्ति के जीवन पर सूर्य के नकारात्मक प्रभाव पड़ते हैं।

इसके अतिरिक्त एक मुखी रुद्राक्ष भगवान शिव का प्रिय रुद्राक्ष होता है और एक मुखी रुद्राक्ष के अपमान से भगवान शिव भी नाराज हो जाते हैं जिससे व्यक्ति के जीवन में , उसकी  सफलता में कई सारी बाधाएं उत्पन्न होना शुरू हो जाती है।

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