Mature People: जैसे-जैसे व्यक्ति की उम्र बढ़ती है उनके व्यवहार में बदलाव आने लगता है। खास तौर पर बहुत से लोग ये उम्मीद करते हैं कि बड़ी उम्र का व्यक्ति मैच्योरिटी का व्यवहार करें। बहुत सी स्थितियों में आपने लोगों को ये कहते सुना होगा कि तुम इमैच्योर हो, तुम्हे अपने अंदर मैच्योरिटी लानी चाहिए आदि। मेच्योर लोगों को जिम्मेदार और समझदार समझा जाता है।
लोग इन पर आसानी से विश्वास करते हैं। रिलेशनशिप हो या फिर लीडरशिप में मैच्योरिटी बहुत जरूरी होती है। अगर आपके अंदर मैच्योरिटी की कमी है तो आप पर लोग कम ही विश्वास करेंगे। अगर आप भी बनना चाहते हैं मेच्योर तो आपको भी आज से ही अपने जीवन में इन आदतों को अपना लेना चाहिए –
1. सेल्फ कंट्रोल की आदत को अपनाएं
मेच्योर लोगों में सेल्फ कंट्रोल कूट-कूट कर भरा होता है। सही समय और सही जगह पर इन्हें सही काम करना आता है। अगर इन्हें गुस्सा भी आता है तो ये बहुत से लोगों के सामने निर्भीक होकर गुस्सा नहीं करते और कुछ ऐसा नहीं कहते कि इन्हें बाद में पछतावा हो।
2. अपनी बात पर कायम रहे
जो लोग मेच्योर होते हैं वो अपने कमिटमेंट पर कायम रहते हैं, वादा करके मुकरते नहीं है। जो बात कह देते हैं उसे पूरा करके ही दम लेते हैं। अगर आप भी मैच्योर लोगों में अपना नाम शामिल करना चाहते हैं तो आप सोच समझ कर ही कमिटमेंट करें और अगर कमिटमेंट करें तो उसे पूरा भी करें। जिससे लोगों का विश्वास आपके ऊपर बढ़े और लोग आंख बंद करके आपसे सलाह ले और उनको फॉलो करें।
3. खुद की सफलता पर दें ध्यान
मेच्योर लोग दूसरों की देखा देखी नहीं करते। वो खुद की सफलता पर ध्यान केंद्रित करते हैं और जो व्यक्ति अपने ऊपर ध्यान केंद्रित करता है वो जीवन में सफल भी बन जाता है। ये लोग दूसरों को नीचा दिखाने की बुरी मंशा नहीं रखते, एक हेल्दी कंपटीशन करते हैं और जीवन में आगे बढ़ते रहते हैं।
4. संयम बनाए और लीडर बने
मेच्योर लोग सिचुएशन चाहे जैसी भी हो वो संयम बनाए रखते हैं। धैर्य इनके अंदर कूट-कूट कर भरा होता है। इस वजह से लीडरशिप भी अधिकतर इन्हीं के हवाले की जाती है, क्योंकि विपरीत स्थितियों में भी ये संयम नहीं खोते और सूझबूझ के साथ काम करते हैं।
5. अपनी गलती माने
अगर कोई गलती हो जाती है तो अधिकतर ऐसा देखा जाता है कि लोग उस गलती की जिम्मेदारी दूसरों पर डालते रहते हैं लेकिन जो मेच्योर होते हैं वो अपनी गलती मानने में बिल्कुल भी नहीं झिझकते हैं। एक दूसरे पर अपनी गलती थोपते नहीं। गलती एक्सेप्ट करते हैं और उसे सुधारने का प्रयास करते हैं। इस वजह से ही लोग इन पर आंख बंद करके भरोसा करते हैं।