अब कुछ ही दिनों में तेजी से बढ़ेगी Credit Card की लिमिट, लेकिन इन बातों का रखना होगा ध्यान

Credit Card: आधुनिक जीवन क्रेडिट कार्ड पर आधारित हो गया है। नौकरीपेशा लोग अपनी आम जरुरतों के लिए क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करते रहते हैं। लेकिन क्रेडिट कार्ड से खर्च करने की सीमा होती है। क्रेडिट कार्ड की लिमिट धारक की आय और उस पर चले लोन या फिर अन्य क्रेडिट कार्ड के आधार पर तय होती है।

Credit Card

आजकल के दौर में हमारे सामने अचानक ऐसे खर्च आ जाते हैं जिसके लिए हम तैयार नहीं होते हैं। ऐसी स्थिति में एक उपाय यह है कि अपने क्रेडिट कार्ड की सीमा बढ़ा दी जाए। आईए आपको बताते हैं कि क्रेडिट कार्ड की लिमिट आप कैसे बढ़ा सकते हैं।

बैंक इस आधार पर लेते हैं निर्णय

क्रेडिट कार्ड (Credit Card) की लिमिट बढ़ाने का निर्णय धारक के आवेदन के बाद बैंक पर निर्भर करता है। बैंक अगर चाहे तो लिमिट बढ़ सकती है अगर नहीं तो फिर आपको मायूसी हाथ लग सकती है।

बैंक आपके क्रेडिट कार्ड की क्षमता को बढ़ाने से पहले आपकी वार्षिक आय, उम्र, मौजूदा कर्ज, मौजूदा क्रेडिट, आपके रोजगार की स्थिति के साथ साथ आपका क्रेडिट स्कोर और उसकी हिस्ट्री चेक करते हैं। अगर आप बैंक के इन मापदंडो को पूरा करते हैं तो आपके क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाई जा सकती है।

अगर बैंक के स्थापित मापदंड पूरे करने में आप सक्षम नहीं होते हैं तो फिर आपकी कार्ड की लिमिट नहीं बढ़ेगी। बैंक बाजार के मुताबिक अगर आप किसी बैंक के क्रेडिट कार्ड के लिए पहली बार आवेदन कर रहे हैं तो आपकी लिमिट कम हो सकती है।

इसकी वजह बैंक का ग्राहकी की आर्थिक क्षमता से अनजान होना होता है। हां अगर आप पहले कम लिमिट पर क्रेडिट कार्ड लेते हैं और भुगतान सही समय पर करते हैं तो कुछ समय बाद आपकी लिमिट बढ़ सकती है।

Credit Card की लिमिट बढ़ाने के हैं अनेक फायदे

  • आपकी खरीदारी का दायरा बढ़ता है।
  • स्वास्थ्य या फिर अचानक हुई किसी एमरजेंसी में बढ़ी हुई क्रेडिट कार्ड की लिमिट काम आती है।
  • हाई लिमिट का उपयोग न करने की स्थिति में भी बैंक के सामने धारक की इमेज अच्छी रहती है।
  • क्रेडिट कार्ड की लिमिट जितनी ज्यादा होती है लोन मिलना उतना आसान होता है।
  • ज्यादा लिमिट वाले क्रेडिट कार्ड के साथ कई सुविधाएं भी मिलती हैं जैसे हवाई अड्डे का लाउंज या होटल सुविधा का लाभ उठा सकते हैं.
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