Indian Railways: भारतीय रेलवे देश के सबसे बड़े सरकारी उपक्रमों में से एक है। रेलवे नेटवर्क देश के लगभग हर क्षेत्र से जुड़ा हुआ है। हर आय वर्ग के यात्रियों के लिए सुविधाएं मुहैया करने के लिए रेलवे सदैव तत्पर रहती है। यही कारण है की लंबी दूरी की यात्रा के लिए आज भी रेलवे ज्यादातर लोगों की पहली पसंद है।

पूरे देश में 7000 से भी अधिक छोटे बड़े रेलवे स्टेशन वह हॉल्ट मौजूद हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि रेल मंत्रालय ने छोटे स्टेशनों व हॉल्ट पर भी समुचित यात्री सुविधा उपलब्ध कराने के लिए कई महत्वपूर्ण योजनाएं चलाने का फैसला किया है जिसके तहत ग्रामीण इलाकों के स्टेशन व हॉल्ट पर भी समुचित यात्री सुविधाओं की व्यवस्था होगी जैसी कि बड़े स्टेशनों पर उपलब्ध रहती है।
स्टेशनों की आय से तय होती है उनकी श्रेणियां
रेलवे स्टेशन की श्रेणियां उनकी आय से निर्धारित होती हैं। इस क्रम में सबसे ज्यादा भीड़ वाले स्टेशन ए प्लस उससे कम भीड़ वाले ए, उसके बाद बी और सबसे कम भीड़ वाले सी श्रेणी में आते हैं। सी कैटेगरी वाले स्टेशन सबसे कम आय अर्जित करने वाले होते हैं।
इसके अलावा कुछ बहुत इंटीरियर स्थानों पर हॉल्ट होते हैं जहां मात्र गिनती की ट्रेन ही ठहरती हैं। ए प्लस, ए व बी श्रेणी के स्टेशनों पर सुविधाओं व विकास संबंधी कार्य कमोबेश हमेशा ही होता रहता है पर छोटे स्टेशनों व हॉल्ट पर यह सुविधा उपलब्ध न होने से यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है।
छोटे स्टेशनों व हॉल्ट में सुधार के लिए रेल मंत्री का ऐलान
हाल ही में रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने देश के सभी छोटे स्टेशनों व हॉल्ट में सुधार व सुविधाओं के लिए समान मानक तैयार करने की घोषणा की है। इस संबंध में सरकार की तरफ से शीघ्र आदेश जारी किए जाएंगे। रेल मंत्रालय द्वारा तय मानक के अनुसार देश के सभी स्टेशन वह हॉल्ट की न्यूनतम सुविधा एक समान हो, इसी के तहत कार्य योजना तैयार की जाएगी।
अभी भी बहुत से छोटे छोटे स्टेशन वह हॉल्ट की ऊंचाई कम है या सब एक बराबर नहीं है। कहीं-कहीं ऐसा भी देखा जाता है कि प्लेटफार्म इतना छोटा है की ट्रेन की लंबाई प्लेटफार्म से आगे निकल जाती है। किन्ही स्टेशनों पर टीन शेड नहीं हैं और है भी तो बहुत कम, इससे यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
अतः सरकार ने यह तय किया है कि सभी स्टेशनों की ऊंचाई वह लंबाई एक बराबर होगी। पर्याप्त रूप से टीन शेड होंगे। एक प्लेटफार्म से दूसरे प्लेटफार्म तक पहुंचने के लिए एस्क्लेटर वह रैंप डिजाइन तैयार किया जा रहा है जिससे सामान्य जन के साथ शारीरिक रूप से अक्षम लोग भी इस पर चढ़ सकें। रेल मंत्री की इस घोषणा के परिणाम स्वरुप देश के सभी छोटे-बड़े स्टेशनों व हॉल्ट पर न्यूनतम सुविधा एक समान उपलब्ध होगी।