Indian Railways: भारतीय रेल को देश की आत्मा कहा गया है। लाखों लोगों को प्रतिदिन उनके गंतव्य तक पहुँचाने वाली रेलवे सर्वाधिक नौकरी देने वाला भी विभाग है। इसके बावजूद रेलवे यात्रियों को सस्ती कीमत पर बेहतर सुविधा देता है। पिछले 10 साल में रेलवे ने सुविधाओं में वृद्धि भी की है।

रेलवे देश की संपत्ति हैं। इसलिए उसके उपयोग के साथ ही उचित कीमत अदा करना नागरिकों की जिम्मेदारी है। ऐसा नहीं करने पर यात्री दंड के भागी बनते हैं और रेलवे द्वारा उन्हें आर्थिक दंड दिया जाता है। आईए आपको बताते हैं कि टिकट लेने के बावजूद किस स्थिति में आपको दंड दिया जा सकता है।
ये गलती कभी न करें
अगर आप रेलवे से यात्रा कर रहे हैं तो यात्रा से पहले ये सुनिश्चित करें कि जिस श्रेणी में आप यात्रा कर रहे हैं उसका टिकट आपके पास हो। उदाहरण के तौर पर अगर आप स्लिपर क्लास में ट्रेवल कर रहे हैं तो आपके पास स्लिपर का टिकट होना चाहिए। अगल एसी में यात्रा कर रहे हैं तो उसके मुताबिक टिकट होना चाहिए। एसी में स्लिपर का टिकट और स्लिपर में साधारण टिकट लेकर आप यात्रा करेंगे तो टीटी आपको निश्चित रुप से पकड़ेगा और फिर आपको जुर्माना देना होगा।
रेलवे ने अरबों रुपये की कमाई की
आरक्षित श्रेणी के डब्बे में अनारक्षित टिकट के साथ यात्रा या फिर स्टेशन पर बिना किसी मकसद के ऐसे ही घूमना और प्लेटफॉर्म टिकट का न होना आपको अपराध की श्रेणी में लाता है। अगर आप टिकट चेंकिंग के दौरान पकड़े जाते हैं तो फिर आपसे बड़ी राशि पेनाल्टी के रुप में वसूली जाएगी। पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह के मुताबिक टिकट चेकिंग के दौरान पेनाल्टी के रुप में वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिये निर्धारित आय का लक्ष्य 116.14 करोड़ रखा गया, लेकिन रेलवे ने 130.10 करोड़ रुपये की पेनाल्टी वसूली है।
लखनऊ मण्डल सबसे आगे
टिकट चेकिंग से सर्वाधिक आय वसूलने के मामले में लखनऊ मण्डल सबसे आगे रहा है। जानकारी के मुताबिक मंडल के टिकट जांच कर्मचारी रिजवानुल्लाह, डा. अजय सिंह एवं हारून खलील खान ने टिकट जांच से सर्वाधिक वसूली की है। अतिरिक्त प्रमुख मुख्य वाणिज्य दस्ता के टिकट जांच कर्मचारियों भानु प्रताप सिंह, उमेश चन्द एवं आशुतोष दूबे का भी लक्ष्य प्राप्ति में अहम योगदान रहा है। स्टेशन की व्यवस्था को मेंटेन करने, यात्रियों की सुरक्षा को बनाए रखने के लिए पूरे भारत में टिकट अभियान चलते रहते हैं। भारतीय रेलवे की कमाई का ये एक बड़ा साधन है इसलिए भविष्य में भी चेकिंग की प्रकिया निरंतर चलती रहेगी।