Income Tax: आजकल लोगों को वर्तमान से अधिक चिंता अपने भविष्य की होती है। इसलिए वह कमाने से अधिक बचत के लिए नई-नई योजनाओं पर निर्भर रहते हैं। सरकार भी आम आदमी की मदद के लिए स्कॉलरशिप के लेकर पेंशन आदि की सुविधा प्रदान करती है।

ये सभी लाभ व्यक्ति के बैंक खाते में आते हैं। उस लिहाज़ से आपको आयकर विभाग (Income Tax) से जुड़ा एक नियम जानना बेहद जरूरी है। लेकिन इसके लिए आपको यह लेख आगे भी पढ़ना होगा, तो चलिए इसके बारे में जानते हैं :-
Income Tax: बचत खाते में जमा पैसों पर लगता है टैक्स
बैंक व्यक्ति की जरूरतों को पूरा करने में एक अहम माध्यम है। इसकी मदद से हर कोई पैसों के लेन-देन व लोन संबंधित हितों की पूर्ति कर पाता है। बैंक में दो खाते होते हैं- पहला बचत खाता व दूसरा चालू खाता।
बचत खाता यानि सेविंग खाता का उपयोग व्यक्ति पैसों की बचत के लिए करता है। आपको जानकर हैरानी होगी, कि आयकर विभाग (Income Tax) बचत के लिए जमा किए गए आपके पैसों पर टैक्स लेती है। यानि इसपर टैक्स फ्री कतई नहीं होता।
Income Tax: इतनी राशि पर देना पड़ेगा आपको टैक्स
अगर आप भी बचत खाते में पैसे जमा करते हैं, तो आपको बता दें कि इसमें जमा करने की कोई तय राशि नहीं है। साथ ही इसमें न्यूनतम बैलेंस रखने जैसा भी कोई प्रावधान नहीं है। एक सीमा से अधिक राशि अगर आप अपने सेविंग अकाउंट में जमा करते हैं, तो इसपर आयकर विभाग (Income Tax) के नियमों के तहत आपको टैक्स देना पड़ेगा।
दरअसल बचत से होने वाले ब्याज को व्यक्ति के आय में गिना जाता है। यदि आपकी सलाना आय 10 लाख रुपये हैं और आपको इसपर 10 हजार ब्याज मिलता है, तो आपकी कुल आय 10,10,000 हो जाएगी। इतनी आय पर सरकार कर यानि टैक्स लगाती है। इसके तहत आप आयकर विभाग (Income Tax) के नियमानुसार टैक्स देने के योग्य माने जाएंगे।