अगर आप नॉन वेजिटेरियन है और आपको रेड मीट बहुत अच्छा लगता है तो ये खबर आपके लिए बहुत महत्वपूर्ण हो सकती है। हेल्थ रिसर्च के अनुसार जो लोग नियमित रूप से रेड मीट या प्रोसेस्ड मीट खाते हैं उन्हें कैंसर का खतरा बढ़ सकता है।
रिसर्च कहती है कि रेड मीट या प्रोसेस्ड मीट कार्सिंन्जेनिक होते हैं जिससे प्रोस्टेट कैंसर, ब्रेस्ट कैंसर और पेट के कैंसर का खतरा काफी ज्यादा बढ़ सकता है। यही वजह है कि डॉक्टर भी रेड मीट को कम खाने की सलाह देते हैं।
क्या है रेड मीट?
रेड मीट में बीफ, भेड़ और पोर्क का मीट शामिल होता है और ऐसा माना जाता है कि इसमें आयरन, जिंक, प्रोटीन, विटामिन डी और ओमेगा 3 फैटी एसिड की प्रचुर मात्रा पाई जाती है। ये तत्व शरीर के लिए बहुत लाभदायक होते है। इसमें कोलेस्ट्रॉल और फैट भी बहुत ज्यादा मात्रा में पाया जाता है, जो हृदय रोग ब्लड प्रेशर और मोटापा से संबंधित बीमारियां पैदा कर सकता है।
क्या वाकई में रेड मीट है नुकसानदायक
अमेरिका की एक रिसर्च टीम ने बहुत से लोगों पर रिसर्च किया और अलग-अलग कंफ्यूजन को दूर करने की कोशिश की। आपको बता दे ये रिसर्च कोलन कैंसर के 900 मरीजों पर की गई थी और उनकी डीएनए जांच के दौरान कुछ ऐसे बदलाव दिखे जो पहले कभी नहीं देखे गए थे। ये शोध साबित करते हैं कि डीएनए डैमेज हुआ है। वैज्ञानिकों का मानना है कि रेड मीट में नाइट्रेट जैसे केमिकल्स पाए जाते हैं जिस वजह से कोलोन कैंसर हो सकता है।
क्या है कोलोन कैंसर
कोलोन कैंसर 10 प्रमुख प्रकार के कैंसर रोगों में से एक है इसे बड़ी आत का कैंसर भी कहते हैं यह बड़ी आत या रेक्टम पार्ट में होता है इस कैंसर में पेट से जुड़ी बहुत सी प्रॉब्लम्स हो जाती है।
किस वजह से होता है कोलोन कैंसर
प्रोसेस्ड मीट जैसे कि बैकन, सॉसेज और सलामी और प्रिजर्वेटिव्स वाले पदार्थ का ज्यादा Use करने से कोलोन कैंसर की संभावना बढ़ जाती है। इसके अलावा जो लोग ज्यादा मोटे होते हैं और जो एक्सरसाइज नहीं करते उन्हें भी कोलोन कैंसर हो सकता है।
क्या है कोलोन कैंसर के लक्षण?
- कोलोन कैंसर के दौरान कब्ज की समस्या रहती है या फिर लगातार दस्त बने रहते हैं और पेट पूरी तरह से साफ नहीं होता।
- मल के ऊपर खून के काले धब्बे दिखना कोलोन कैंसर का एक लक्षण है।
- पेट में ऐंठन, सूजन, गैस या दर्द का बने रहना भी कोलोन कैंसर की वजह से हो सकता है।
- अचानक होने वाले वजन में कमी, बिना वजह थकान और कमजोरी भी कोलोन कैंसर का प्रमुख लक्षण है।
एक्सपर्ट्स के अनुसार जो लोग रेड मीट का सेवन करते हैं उन्हें रोजाना 70 ग्राम से अधिक रेड मीट नहीं खानी चाहिए। अगर आप किसी भी चीज को बैलेंस्ड तरीके से खाते हैं तो उसमें कोई भी नुकसान नहीं है अगर आप किसी भी तरह की बीमारी से ग्रसित है तो इसका सेवन करने से पहले आप हेल्थ एक्सपर्ट्स की सलाह जरूर ले लें।