इतने घंटे रोजाना सोने से नहीं होगा डार्क सर्कल्स, मेंटल लेवल होगा तेज, रिसर्च में हुआ बड़ा खुलासा

आजकल के समय में लोगों ने अपना लाइफ साइकिल इतना बिगाड़ रखा है कि डार्क सर्कल की समस्या आम होती जा रही है।  खराब लाइफस्टाइल की वजह से लोगों का स्लीपिंग पैटर्न बिगड़ गया है और देर रात तक लोग जागते रहते हैं, जिसका असर सीधे तौर पर सेहत पर पड़ता है।

How much to sleep

नींद ना पूरी होने की वजह से शरीर में कई तरह की बीमारियां हो जाती हैं और इसका प्रमाण आपके चेहरे पर पड़ने वाले डार्क सर्कल से मिलता है। आईए जानते हैं आपको रोजाना कितने घंटे की नींद लेनी चाहिए कि आपको डार्क सर्कल जैसी समस्या ना हो पाए।

क्या कहती हैं रिसर्च? 

साइंटिफिक रिसर्च के अनुसार अगर आपका सोने और उठने का समय निश्चित है तो आपकी स्लीप क्वालिटी अच्छी होती है। जैसे-जैसे अंधेरा होता जाता है शरीर और दिमाग दोनों ही सोने के लिए तैयार होने लगते हैं और सूरज उगने पर हमारा शरीर और दिमाग उठने लगता है। अच्छी स्लीप क्वालिटी के लिए रात को 10:00 बजे सो जाना चाहिए और सुबह 7:00 तक उठ जाना चाहिए, लेकिन आजकल के समय में लोग देर रात तक जागते रहते हैं। इसका असर हमारी स्लीप क्वालिटी पर पड़ता है। हमें पूरी नींद नहीं मिलती और हमारी सेहत खराब रहती है। 

देर से सोने पर शरीर पर पड़ता है नकारात्मक प्रभाव

शोध कहती हैं जो लोग जितनी देर से सोते हैं उनके शरीर पर उतना ही नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इतना ही नहीं उनका मेंटल लेवल भी नेगेटिव होता जाता है। सोने की क्वालिटी और क्वांटिटी दोनों ही जरूरी होती है। अगर आप पूरे दिन में 6 से 7 घंटे की नींद नहीं लेते तो इसका सीधा असर आपके दिमाग पर पड़ता है और इतना ही नहीं आपकी आंखों के नीचे काले घेरे बनने लगते हैं, जिन्हें डार्क सर्कल की समस्या कहा जाता है, इसके लिए लोग न जाने कितने ट्रीटमेंट लेते हैं, लेकिन सबसे बेहतर ट्रीटमेंट है अच्छी और पूरी नींद लेना। 

उम्र के हिसाब से कितने घंटे की नींद लेनी चाहिए

उम्र के हिसाब से नींद का क्वालिटी और क्वांटिटी टाइम होना चाहिए। एक शिशु को 12 से 15 घंटे की नींद लेना जरूरी होता है। वही जो बच्चे नर्सरी स्कूल में पढ़ते हैं उन्हें 10 से 13 घंटे की नींद लेना जरूरी होता है। जो बच्चे प्राइमरी स्कूल में पढ़ते हैं उन्हें 9 से 11 घंटे सोना चाहिए और वयस्कों को 8 से 10 घंटे की नींद जरूर लेनी चाहिए। 

टाइम से सोने पर सेहत पर पड़ता है अच्छा प्रभाव

जब आप टाइम पर सोते हैं तो आपकी नींद अच्छी होती है और पूरी नींद लेकर आप जब उठते हैं तो आपका शरीर फ्रेश होता है। शरीर के अंदर उर्जा का लेवल हाई रहता है, ये आपके मस्तिष्क और स्वास्थ्य दोनों के लिए लाभदायक होता है। नींद पूरी लेने से आपके शरीर के अंगों में दर्द नहीं होता और वजन भी कंट्रोल रहता है। इतना ही नहीं पूरी नींद लेने वालों की एकाग्रता बढ़ती रहती है और व्यक्ति ज्यादा प्रोडक्टिव होता है। खराब लाइफ स्टाइल की वजह से लोग अपना स्लिप पैटर्न बिगाड़ लेते हैं और इसका सबसे ज्यादा नकारात्मक प्रभाव पड़ता है आपकी सेहत पर। इस वजह से आज से ही अपनी यह खराब आदत सुधार लें और समय पर सोए और समय पर जागे। 

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