Chanakya Niti: हर इंसान हर दिन कई गलतियां करता है। इनमें से कुछ गलतियां अनजाने में हो जाती हैं, तो कुछ जानबुझ कर की जाती है। कुछ गलतियों का पश्चाताम मनुष्य को हर दिन कमजोर करता जाता है, तो कुछ गलतियां ऐसी होती है, जिसके लिये चाह कर भी सामने वाला हमें माफ नहीं कर पाता।
महान नीतिशास्त्र आचार्य चाणक्य ने भी ऐसी एक गलती का उल्लेख करते हुए कहा है कि उसकी माफी धरती पर तो क्या मनुष्य को भगवान से भी नहीं मिलती है। इस वजह से हर मनुष्य को कुछ भी करने से पहले यह अवश्य सोचना चाहिए कि उसका परिणाम किया हो सकता है। तो चलिए अब हम आपको उन गलतियों के बारे में बताते हैं जिसकी माफी भगवान भी नहीं करते हैं।
भगवान भी नहीं करते इस भूल के लिए क्षमा
आचार्य चाणक्य का कहना है कि दूसरों को कड़वे शब्द बोल कर उनके मन को आहत करने वाले लोगों को भगवान भी माफ नहीं करता। केवल खुद से बड़े ही नहीं बल्कि किसी को भी अपने शब्दों से आहत करना जीवन की सबसे बड़ी भूल है।
वाणी का करें सही उपयोग
ये तो सभी जानते हैं कि मनुष्य ही एकमात्र बोलने वाला प्राणी है। वाणी ईश्वर द्वारा केवल मनुष्य को दी गई है, लेकिन उस वाणी का सही ढंग से प्रयोग करना मनुष्य अक्सर भूल जाता है। आपका एक ग़लत शब्द किसी को बुरी तरह आहत कर सकता है। एक कहावत तो ये भी है कि हथियारों से ज्याजा गहरी चोट किसी के कड़वे बोल से लगती है और इसका कोई इलाज भी नहीं होता।
मित्र और परिवार भी हो जायेगा दूर
आपके कहे गये कड़वे बोल सामने वाला जिंदगी भर याद रखता है और मन ही मन आपको कोसता रहता है। आपको शब्द आपको विवादों में डाल सकते हैं और आपके मित्रों या परिवार को भी आपसे दूर कर सकते हैं। क्रोध में आकर तो मनुष्य अपने सबसे चहीते को भी कड़वे बोल बोल देता है और उसका वो रिश्ता धीरे धीरे कमजोर होने लगता है।
ऐसे में प्रयास करें कि किसी से भी बात करते समय आप अपनी भाषा पर संयम रखें। बड़ों के प्रति सम्मान का एक शब्द, पड़ोसी के प्रति शिष्टाचार का एक शब्द महान सद्भावना अर्जित कर सकता है, जबकि एक अपमानजनक शब्द या असभ्य संबोधन स्थायी कलह का कारण बन सकता है।