देश में बैंकिंग सिस्टम का एक बड़ा नेटवर्क है। करोड़ों देशवासी अपनी कमाई का कुछ हिस्सा बचत के रुप में जमा करते हैं। बचत पर एक निश्चित अवधि के बाद बैंक ब्याज भी देता है, लेकिन बैंको के अलावा देश भर में पोस्ट ऑफिस का भी बड़ा नेटवर्क है। पोस्ट ऑफिस गांव-गांव तक फैला हुआ है। एक समय था जब पोस्ट ऑफिस का इस्तेमाल चिट्ठियों और संदेश को एक जगह से दूसरे जगह पहुँचाने के लिए किया जाता था।
टेलिफोन और मोबाईल क्रांति के बाद पोस्ट ऑफिस का ये कार्य कम हो गया, लेकिन जो कार्य पहले कम होता था या उस पर ध्यान कम दिया जाता था अब वह व्यापक पैमाने पर होता है। जी हां पोस्ट ऑफिस ने अब बैकिंग संबंधी काम का विस्तार किया है और ग्राहकों के लिए कई अच्छी योजनाएं लेकर आई है। ऐसी ही एक योजना है पोस्ट ऑफिस मासिक आय योजना। तो चलिए इस योजना और इसके लाभ के बारे में जानते हैं।
पोस्ट ऑफिस मासिक आय योजना (POMIS)
पोस्ट ऑफिस मासिक आय योजना एक ऐसी स्कीम है जहां आप एक निश्चित राशि निवेश करते हैं और हर महीने एक निश्चित ब्याज कमा सकते हैं। पिछले साल अप्रैल से इस योजना की ब्याज दरें बढ़ा दी गई है। इस स्किम के तहत सिंगल या संयुक्त रुप से निवेश किया जा सकता है।
आप निवेश के एक साल बाद अपने पैसे निकाल सकते हैं। एक से 3 साल के बीच पैसा निकालने पर दो प्रतिशत शुल्क लिया जाता है, बाकी रकम वापस कर दी जाती है। निवेश पोर्ट के द्वारा 3 साल के बाद समय से पहले खाता बंद होता है तो 1 प्रतिशत की राशि काटी जाती है। इस स्किम में सिंगल अकाउंट को संयुक्त और संयुक्त अकाउंट को सिंगल में बदला जा सकता है।
कितना ब्याज मिलता है?
पोस्ट ऑफिस मासिक आय योजना आपके आय का एक बेहतर स्त्रोत हो सकती है। अगर आप इसके तहत निवेश करते हैं तो 7.4 फीसद की दर से ब्याज मिलती है। इसका मैच्योरिटी पीरियड 5 साल का होता है और अकाउंट खुलने के एक साल बाद तक पैसे नहीं निकल सकते हैं। इस स्कीम में आप न्यूनतम 1000 रुपये से खाता खोल सकते हैं।
कितना निवेश कर सकते हैं?
इस योजना के तहत निवेश की राशि में वृद्दि की गई है. पहले सिंगल अकाउंट होल्ड 4.5 लाख तक निवेश कर सकता था। अब इस सीमा को बढ़ाकर 9 लाख कर दिया गया है। वहीं, ज्वाइंट अकाउंट होल्डर पहले के 9 लाख की जगह 15 लाख तक निवेश कर सकते हैं।
कितनी हो सकती है कमाई?
अगर आप पोस्ट ऑफिस मासिक आय योजना में 5 साल के लिए 5 लाख रुपये निवेश करते हैं तो 7.4 प्रतिशत की ब्याज के अनुसार आपको हर महीने 3,084 रुपये की आय होगी। वहीं, 9 लाख रुपये निवेश करने पर 5550 रुपये की मंथली आय होगी।