Lakhpati Didi Yojana: सरकार महिलाओं को बिना ब्याज के दे रही 5 लाख रुपये, जानिए कौन-कौन होंगे इसके पात्र

Lakhpati Didi Yojana: देश का विकास तभी संभव है जब पुरुषों के साथ ही महिलाओं का भी विकास हो। इसके लिए आर्थिक विकास के सफर में पुरुषों के साथ महिलाओं को शामिल किया जाना और उन्हें पर्याप्त मौका देना बहुत जरुरी है।

Lakhpati Didi Yojana

इस दिशा में केंद्र की मौजूदा सरकार ने कई कदम उठाएं है, इसी में एक है लखपति दीदी योजना। इस योजना की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा कई बड़े केंद्रीय मंत्री लगातार अलग अलग मंचों से तारीफ कर रहे हैं। आईए आपको इस योजना और इसके फायदे के बारे में बताते हैं…

Lakhpati Didi Yojana की शुरुआत कब हुई थी?

लखपति योजना की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त 2023 को की थी. शुरुआत में इस योजना का उद्देश्य देश की 2 करोड़ महिलाओं को लाभ पहुँचाना था। 2024 के बजट में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इसकी सीमा बढ़ाते हुए 3 करोड़ महिलाओं को लाभ पहुँचाने का लक्ष्य रखा था।

महिलाओं को कैसे मजबूत बनाती है ये योजना?

लखपति दीदी योजना एक स्किल डेवलपमेंट प्रोगाम की तरह है जो देशभर में फैले स्वंय सहायता समूहो के द्वारा संचालित किया जाता है। स्किल डेवलपमेंट कार्यक्रम के तहत महिलाओं को अलग अलग क्षेत्र की ट्रेनिंग दी जाती है और उसके बाद उन्हें स्वरोजगार के लिए प्रेरित किया जाता है।

ट्रेनिंग प्रोफेशनल ट्रेनर के माध्यम से दिलवाई जाती है। ट्रेनिंग के बाद सरकार महिलाओं स्वरोजगार के लिए 1 से 5 लाख तक का लोन देती है जो बिल्कुल मुफ्त है। इस लोन के माध्यम से महिलाएं रोजगार के क्षेत्र में आकर न सिर्फ अपना और परिवार का बल्कि समाज और देश के विकास में सहायक बन रही हैं।

Lakhpati Didi Yojana के फायदे

वैसे तो ये योजना देश महिलाओं को सशक्त करे के उद्देश्य से शुरु की गई है। अगर महिलाओं के परिपेक्ष में बात करें तो उन्हें इस योजना का हिस्सा बनने के बाद व्यापार शुरु करने के लिए ट्रेनिंग दी जाती है। बाजार में अपनी पकड़ बनाने में भी मदद की जाती है। व्यापार शुरु करने के लिए बिना ब्याज के लोन दिया जाता है। सस्ती शर्तों पर इंश्योरेंस की सुविधा है। साथ ही महिलाओं को बचत के लिए प्रेरित किया जाता है।

Lakhpati Didi Yojana का लाभ लेने के लिए करने होंगे ये काम

इस योजना का लाभ लेने के लिए महिलाओं की उम्र 18 से 50 साल के बीच होनी चाहिए। राज्य का मूल निवासी होने के साथ ही स्वंय सहायता समूह का सदस्य होना चाहिए। बिजनेस शुरु करने के लिए स्वयं सहायता समूह के क्षेत्रिय कार्यालय में अपनी व्यापार योजना, जैसे किस क्षेत्र में व्यापार करना है, इससे संबंधित रिपोर्ट जमा करनी होगी।

आपके प्रोजेक्ट को जांच के बाद उपयुक्त पाने पर ही लोन के लिए संपर्क किया जाएगा। लोन के लिए आपको अपना आय प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, पैन कार्ड, बैंक पासबुक, पासपोर्ट साइज फोटो और मोबाईल नंबर जमा करना होता है।

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