Sahara Money Refund: भारतीय प्रतिभूति सेबी की 2022-23 की रिपोर्ट से पता चलता है कि सहारा कंपनी को दो समूह के निवेशकों में विभाजित करके 11 वर्षों में 138 करोड रुपए वापस करने की बात कही गई थी। यह प्रक्रिया 2011 में चालू की गई थी। जब एम्बी वैली परियोजना और सहारा परियोजना में आपसी मनमुटाव चालू हो गए थे, तो यह खबर अखबारों में छपी थी। सुब्रतो राय की मौत की खबर ने सारे सहारा निवेशकों को हिला दिया। परंतु अब सरकार का बड़ा फैसला सामने आया है कि सहारा निवेशकों को उनके पैसे कुछ समितियां बनाकर निगरानी में ही वापस किए जाएंगे।
निवेशकों ने सहारा कंपनी के ऊपर 80,000 करोड़ का आरोप लगाया है। गृहमंत्री अमित शाह द्वारा एक बयान सामने आया है कि निवेशकों को उनका पैसा जल्दी ही वापस दिया जाएगा। इस के लिए निवेशकों को थोड़ा धैर्य और पेशेंस रखना जरूरी है। अमित शाह जी द्वारा सहारा रिफंड पोर्टल की शुरुआत की गई। जिससे लोगों को पैसे मिलने में आसानी होगी।
अमित शाह जी ने बड़ा बयान दिया है जिसमे उन्होंने कहा है कि सहारा समितियां में जो निवेशकों और गरीब लोगों के पैसे डूबे हुए हैं वह लौटाने की प्रक्रिया चालू कर दी गई है। पहली बार में 5000 करोड रुपए की पूंजी वापस करने की तैयारी हो रही है। इसके अलावा उनका यह भी कहना है कि 45 दिनों के अंदर निवेशकों के पैसे वापस बैंक अकाउंट में आ जाएंगे।
सहारा कंपनी से पैसे कैसे वापस मिलेगा?
29 मार्च 2023 को सुप्रीम कोर्ट ने एक बड़ा आदेश जारी किया था। जिसमे चार सहारा समूह सहकारी समितियां जमाकर्ता को रिफंड देने के लिए सख्त आदेश जारी किए किए गए थे। इस पोर्टल पर अप्लाई करने के लिए आपको पहले रजिस्ट्रेशन करवाना पड़ेगा। सहारा रिफंड पोर्टल, CRCS सहारा रिफंड पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करवा कर आप अपना पैसा वापस ले सकते हैं।
तीन किस्तों में पैसे वापस होंगे
3 करोड रुपए का निवेशको द्वारा ऑनलाइन रिफंड में रजिस्टर्ड किया गया है। सहारा इंडिया की चार सहकारी समितियां द्वारा 80,000 करोड़ रुपए को पहली किस्त में देने का कहा गया है। इस के लिए निवेशकों ने सहारा कंपनी में पैसे जमा किए थे उन्हें ऑनलाइन पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करना होगा। उसके बाद उन्हीं के बैंक अकाउंट में 10000 की राशि आएगी। उसके बाद बची हुई शेष राशि अगली किस्त के माध्यम से दी जाएगी।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश अनुसार सहारा इंडिया कंपनी में जिन लोगों ने अपने पैसे जमा किए थे। उन्हें धैर्य रखने को कहां गया है, कि उनका जो भी पैसा बाकी है वह उनके पास जरूर आएगा वह डूबेगा नहीं। इस के लिए निवेशकों को वकील के द्वारा कार्रवाई करने में अपने पैसे व्यर्थ नहीं करने चाहिए तथा सरकार और सहारा सहकारी समितियों पर विश्वास बनाए रखना चाहिए। यह बात ध्यान में रखकर ही अपने फैसले लेने चाहिए। सहारा सहकारी समितियां ने बताया है कि सहारा इंडिया कंपनी के अकाउंट में 5000 करोड रुपए जमा किए गए हैं जिसके माध्यम से निवेशकों को पहली किस्त दी जाएगी।