RBI Notification: भारत में हर दूसरा व्यक्ति ऑनलाइन पेमेंट के लिए फोन पे, गूगल पे और पेटीएम जैसे लोकप्रिय ऐप का इस्तेमाल करता है। पिछले पांच साल में ऑनलाइन पेमेंट का दायरा बढ़ा है। भारतीय रिज़र्व बैंक ने 4 सितंबर को प्री सैंक्शंड क्रेडिट लाइन्स प्री अप्रूव्ड लोन से यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस जिसे आप सरल भाषा में यूपीआई UPI कहते हैं उसे इनेबल कर दिया है।
इस मामले पर भारतीय रिज़र्व बैंक ने कहा कि इस सुविधा के तहत कस्टमर की पूर्व सहमति से शेड्यूल्ड कमर्शियल बैंक द्वारा प्री सैंक्शंड क्रेडिट लाइन्स के माध्यम से यूपीआई सिस्टम का इस्तेमाल कर ट्रांजेक्शन के लिए सक्षम बनाया गया है।
आपको बता दें कि 6 अप्रैल को केन्द्रीय बैक ने अपनी मॉनिटरी पॉलिसी की मीटिंग में बैंक के द्वारा प्री सैंक्शंड क्रेडिट लाइन्स के ट्रांसफर के मिडियम से इजाज़त देने का प्रस्ताव रखा था। इस मीटिंग का मकसद भारत में यूपीआई पेमेंट को बढ़ावा देना है।
10 बिलियन रुपये का ट्रांजेक्शन
1 सितंबर 2023 को नेशनल पेमेंट्स कॉर्परेशन ऑफ इंडिया ने एक डेटा दिया, जिसमें देखा गया कि अगस्त में पहली बार यूपीआई से 10 बिलियन रुपये से भी ज्यादा का ट्रांजेक्शन किया गया है। 30 अगस्त तक यूपीआई ने 10.24 बिलियन ट्राजैक्शन की होने की बात कही थी।
जुलाई में भी रिकॉर्डतोड़ ट्रांजैक्शन
इसके अलावा भारत में यूपीआई से जुलाई में भी रिकॉर्डतोड़ ट्राजैक्शन हुए थे। नेशनल पेमेंट्स कॉर्परेशन ऑफ इंडिया के अनुसार जुलाई में 9.96 अरब यूपीआई से ट्राजैक्शन हुए थे।