Mutual Fund Schemes: म्यूचुअल फंड स्कीमें अलग-अलग होती हैं लेकिन यहां जो बताई जाएगी उसमें आपको कई फायदे मिल सकते हैं। म्यूचुअल फंड स्कीम्स ने कुछ विशेषज्ञता और सावधानी के साथ निवेशकों के पैसे को 3 साल में डबल किया है। इसमें निवेशकों को अच्छा रिटर्न मिलने के साथ-साथ निवेश की लंबाई के दौरान कम रिस्क होता है। इससे लोगों की निवेश की आकर्षण बढ़ती है और वे अपने धन को सुरक्षित रख पाते हैं।
स्टॉक मार्केट में निवेश करने में डर और रिस्क से बचने के लिए, म्यूचुअल फंड सबसे अच्छा विकल्प हो सकता है। मार्केट एक्सपर्ट्स के मुताबिक, म्यूचुअल फंड में निवेश करके लॉन्ग टर्म में अच्छा रिटर्न मिल सकता है, लेकिन यह किसी निश्चित रिटर्न की गारंटी नहीं देता। क्या है इस म्यूचुअल फंड्स में खास?
इस म्यूचुअल फंड स्कीम में पैसा होगा डबल (Mutual Fund Schemes)
कुछ सालों में, कई म्यूचुअल फंड्स ने अच्छा रिटर्न दिया है। इस लेख में, हम कुछ ऐसे फंड्स के बारे में बता रहे हैं जिन्होंने 3 सालों में निवेशकों की डबल से अधिक राशि को बढ़ाया है। इन फंड्स की लिस्ट देखने के लिए आइए हम साथ जानते हैं। वर्तमान समय में, म्यूचुअल फंड में निवेश करने के दो तरीके हैं।
पहला है SIP, जिसमें नियमित अंतराल में एक निश्चित राशि को निवेश किया जाता है। दूसरा है LumpSum, जिसमें एक बार में बड़ी राशि को निवेश किया जाता है। उदाहरण के लिए, आप चाहे तो 10 साल के लिए 5 लाख रुपए को एक साथ किसी म्यूचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं।
3 सालों में इन MF Schemes ने किया निवेश डबल
बीते 3 साल में, क्वांट स्मॉलकैप फंड ने निवेशकों को 41.58 फीसदी CAGR से रिटर्न दिया है, जिससे निवेशकों के पैसे 2.7 गुना बढ़ गए हैं। अगर कोई 3 साल पहले 1 लाख रुपए का निवेश करता, तो आज उसकी राशि 2.7 लाख रुपए होती। वहीं, 1000 रुपए की SIP के जरिए निवेश करने पर निवेशक को आज 64000 रुपए मिलते, जो कुल निवेश का 1.77 गुना है।
मोतीलाल ओसवाल मिडकैप फंड ने तीन सालों में निवेशकों के पैसे को 2.5 गुना बढ़ा दिया है, जबकि क्वांट मिडकैप फंड ने 2.4 गुना निवेशकों के पैसे को बढ़ाया है। इसी लिस्ट में निप्पॉन इंडिया स्मॉल कैप फंड, एचएसबीसी स्मॉल कैप फंड, क्वांट फ्लेक्सी कैप फंड, एचडीएफसी स्मॉल कैप फंड भी शामिल हैं।
डिस्क्लेमर: इस लेख में म्यूचुअल फंड से जुड़ी जो भी बातें लिखी हैं वो सामान्य जानकारी पर आधारित है। इसपर अमल करने से पहले आपको संबंधित विशेषज्ञ से परामर्श लेना चाहिए।