Lok Sabha Election 2024: अब लोकसभा 2024 के चुनाव का अंतिम चरण शेष है जो 1, जून को संपन्न हो जाएगा। यह चुनाव अपने आप में विशेष महत्व रखता है क्योंकि हमारे माननीय प्रधानमंत्री तीसरी बार देश का नेतृत्व करने की तैयारी में हैं। कहना ना होगा कि देश ही नहीं पूरी दुनिया नरेंद्र मोदी की कार्यशैली की कायल हो चुकी है।
देश की सुरक्षा से लेकर मूलभूत समस्याएं पानी, बिजली और सड़कों का कायाकल्प हो चुका है, धारा 370, विश्वनाथ कॉरिडोर और राम मंदिर के भव्य निर्माण ने प्रधानमंत्री के पद और कद को तो बढ़ाया ही है, इसके अलावा ट्रिपल तलाक, सामाजिक व राष्ट्रीय सुरक्षा, मजबूत अर्थतंत्र की ओर बढ़ते कदम और ई बैंकिंग व नेटवर्किंग के विस्तार ने देश के चहुंमुखी विकास को सम्मानजनक ऊंचाइयों तक पहुंचाया है।
प्रधानमंत्री ने अपनी विकास योजनाओं में समाज के निचले पायदान पर मौजूद लोगों को सदैव प्राथमिकता दी है जिसका सबसे प्रमुख उदाहरण जन धन योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, आयुष्मान भारत योजना, उज्ज्वला योजना आदि हैं। यह कहना विशेष उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री ने महिला हितों को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए समाज में उनकी सुरक्षा वह सम्मान का स्थान सुनिश्चित किया है।
यही कारण है कि 2024 के चुनाव में एक बहुत बड़ी संख्या में महिला वोटों का समीकरण प्रधानमंत्री के पक्ष में एक जुट है। आज के आलेख में हम आपको प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में हर आयु वर्ग की महिलाओं का अपने सांसद के प्रति विचारों से अवगत कराएंगे साथ ही उनके माध्यम से यह भी बताएंगे कि वह मोदी जी को वोट क्यों देना चाहती हैं?
एक संजीदा वोटर होती है महिलाएं
समाज में हर व्यक्ति की अपनी एक सोच होती है। लोकतंत्र में एक बहुत बड़ा वर्ग ऐसा होता है जिसे हम साइलेंट वोटर कह सकते हैं और इन्हीं साइलेंट वोटरों में कुछ महिलाओं का भी विशेष स्थान है। ये वो महिलाएं हैं जो जनसभाओं और रैलियों में नहीं दखेंगी लेकिन वोट देने अवश्य जाएंगी। ये महिलाएं एक तयशुदा मुद्दे पर वोट देती हैं। इसके लिए ना तो वो किसी से सार्वजनिक बहस करती हैं ना ही चुनावी प्रपंच में पड़ती हैं। समाज के हित को ध्यान में रखते हुए वो अपने मताधिकार का प्रयोग करती हैं।
वाराणसी में मैंने कई एक बुजुर्ग महिलाओं से बात किया जिन्होंने एक स्वर में मोदी का समर्थन किया, उनकी बात का पूरा निचोड़ यही था कि देश में हर तरफ सुख शांति है और हमारे घर की बहू बेटियां बाहर निकलते हुए अपने को महफूज समझती हैं, ये हमारे लिए बहुत सुकून वाली बात है अतः देश सुरक्षित है तो हम सभी सुरक्षित हैं।
युवा महिलाओं में भी मोदी का दिख रहा है जबरजस्त क्रेज
वाराणसी में कभी आकर देखिए… गोदौलिया से लेकर दशाश्वमेध, अस्सी घाट, ललिता घाट, हरिश्चंद्र घाट, नमो घाट आदि जगहों पर आपको रात्रि में भी दिन जैसा नजारा दिखेगा। खचाखच भरे घाटों पर भी आपको साफ सफाई में कोई कमी नहीं दिखेगी। चप्पे-चप्पे पर पुलिस सुरक्षा बलों की मौजूदगी में महिलाएं व युवा लड़कियां निश्चिन्त वर महफूज रहती हैं।
कई युवा लड़कियों से बातचीत करने पर उन्होंने बेबाकी से कहा कि पहले हमें बाहर निकले ज्यादा देर हो जाती थी तो मां-बाप चिंतित हो जाते थे और इसी कारण हमें ज्यादा देर बाहर रहने की अनुमति नहीं थी, पर अब ऐसा नहीं है। शहर में आप कहीं भी चले जाइए हर तरफ सुरक्षित माहौल नजर आएगा। युवा लड़कियां इसके लिए अपने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी को क्रेडिट देते नहीं थकतीं। अब आप समझ गए होंगे कि महिला सुरक्षा प्रधानमंत्री के समर्थन में एक बहुत बड़ा कारक है।
शिक्षा, रोजगार व चिकित्सा सुविधाओं से संतुष्ट है महिलाएं
21, मई 2024 को डॉक्टर संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का महिलाओं से “नारी शक्ति संवाद” का कार्यक्रम था। मैंने देखा कि प्रधानमंत्री के उस कार्यक्रम में शहरी महिलाओं के समकक्ष ग्रामीण महिलाओं की भी सहभागिता थी। कई महिलाओं से बातचीत करने पर पता चला कि प्रधानमंत्री की योजनाओं के परिणाम स्वरूप आज उनका परिवार एक खुशहाल जीवन बिता रहा है।
उनके पास घर है, शौचालय है, गैस चूल्हे के कारण लकड़ी जलाने से छुटकारा मिल गया है, उन्होंने बताया कि हम किसी भी सरकारी अस्पताल में जाकर मुफ्त इलाज व दवा की सुविधा लेते हैं। साथ ही हर महीने राशन मिलने के कारण हमारा अतिरिक्त आर्थिक बोझ भी कम हो गया है। इन ग्रामीण अंचल की कम शिक्षित महिलाओं ने गदगद और भाव विभोर होकर कहा कि हम अपने नेता मोदी जी का समर्थन करते हैं और इतनी दूर से उनकी एक झलक देखने को आए हैं।
वाराणसी में तेजी से बढ़ते पर्यटन उद्योग के कारण रोजगार के नए अवसरों का सृजन हो रहा है। इसलिए युवा लड़कियों में सुरक्षा के साथ रोजगार के नए विकल्पों के प्रति भी उत्साह दिख रहा है। कुछ लड़कियों ने बातचीत के दौरान कहा कि पहले की अपेक्षा हमारे पास जॉब करने के बेहतर विकल्प मौजूद हैं। यही कारण है कि वाराणसी में लड़कियां तेजी से आर्थिक रूप से समर्थ बनने की ओर अग्रसर हैं।
हमारा उपरोक्त आलेख वाराणसी की महिला मतदाताओं से बातचीत और विचारों पर आधारित है जिसके आधार पर हम यह कह सकते हैं कि किसी भी राष्ट्र के विकास में देश की सुरक्षा सर्वोपरि होती है और कहीं न कहीं जागरूक मतदाता भी इसी मुद्दे को प्राथमिकता देता है।