Train Ticket: जब टिकट की लंबी वेटिंग होती है फिर भी दलाल कैसे देते हैं कंफर्म टिकट, जानकर नहीं होगा यकीन

Train Ticket: भारतीय रेल यात्रा के लिए सबसे सुविधाजनक साधन है। लंबी यात्रा करने के लिए अधिकांश यात्री रेलवे की यात्रा करना पसंद करते हैं। लेकिन देश में बढ़ती जनसंख्या के अनुरुप ट्रेन में सीटों की संख्या उपलब्ध नहीं है। इसी वजह से ट्रेन में हर समय में सीटों की उपलब्धता नहीं होती।

Train Ticket

आप जब चाहें ट्रेन का टिकट नहीं ले सकते। खासकर उन ट्रेनों में जो छोटे शहरों को दिल्ली और मुंबई जैसे महानगरों से जोड़ती हैं। बडे़ शहरों की यात्रा के लिए 2-3 महीने पहले टिकट कटानी पड़ती है। समस्या तब आती है जब आपको अचानक बड़े शहर का रुख करना होता है। उस समय टिकट नहीं मिलता है।

दलाल उठाते हैं फायदा

आपको जरुरत के समय टिकट (Train Ticket) नहीं मिलती है न ही ऑनलाइन और न ही काउंटर से। लेकिन अगर आप किसी एजेंट से संपर्क करते हैं तो वो आसानी से आपको काउंटर टिकट उपलब्ध करा देता है। आखिर ऐसा कैसे संभव होता है।

दरअसल, एजेंट पहले से ही काउंटर टिकट खरीद कर रख लेते हैं। जब उनके पास कोई ग्राहक टिकट मांगने जाता है तो वे वही टिकट दो गुणे से तीन गुणे दाम में उसे बेच देते हैं। इसका अर्थ यह हुआ कि एजेंटो के टिकट खरीद लेने की वजह से आपको कंफर्म टिकट नहीं मिल पाती। फिर वही टिकट एजेंट कई गुणा कीमत में आप ही को बेच देते हैं।

आईडी दिखाने की जरुरत नहीं

एजेंट जब आपको टिकट देता है तो कहता है कि टीटी इसके बदले कोई आईडी प्रूफ नहीं मांगता है। ये सही भी है। काउंटर टिकट पर साधारणत: टीटी द्वारा तोई आईडी नहीं मांगी जाती है। वे बस नाम देखकर आगे बढ़ जाते हैं। लेकिन अगर टीटी को शक हुआ और उसने आईडी प्रूफ मांगा तो आप मुश्किल में पड़ सकते हैं।

अगर टीटी ने आपको पकड़ लिया तो वो दो काम आपके साथ कर सकता है। पहला अगर वो चाहे तो फर्जी टिकट (Train Ticket) पर यात्रा करने की जुर्म में आपको पुलिस के हवाले कर सकता है। दूसरा, वो आपके टिकट को कैंसिल कर देगा। इससे आपकी सीट चली जाएगी। इसके बाद आपको फिर से टिकट बनवाना होगा। आपको बड़ा आर्थिक नुकसान उठाना पड़ेगा। ऐसे में दलाल से टिकट लेते हुए सतर्क रहे हैं। सहज और सुरक्षित यात्रा के लिए ऑनलाइन टिकट ही एजेंट से लें जो आपके नाम से कंफर्म हो।

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