Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य ने महिलाओं के रिश्तों को लेकर उनकी हर चीज़ पर गहराई के साथ प्रकाश डाला हैं। उन्होंने बताया है कि महिलाओं से जाने अनजाने में कुछ भूल हो जाती हैं, जिसके बाद उन्हें जीवनभर पछताना पड़ता है। उन्होंने बताया है कि जो इंसान धार्मिक होता हैं उसे कुछ चीज़ों से दूर रहना चाहिए।
चाणक्य ने अपनी नीतियों में कुछ ऐसी बातों का भी ज़िक्र किया है, जिसे महिला को तुरंता करने के बाद स्नान करना चाहिए, अगर ऐसा नहीं किया गया तो इसका पछतावा हो सकता है।
1. श्मशान घाट से लौटने के बाद
चाणक्य कहते हैं कि श्मशान घाट से लौटने के बाद महिलाओं को तुरंत नहाना चाहिए, क्योंकि मृत शरीर में से कई कीटाणु जन्म लेते हैं, जो शव यात्रा में शामिल होने वाले लोगों के कपड़ों पर बैठ जाते हैं। ऐसे में श्मशान घाट से लौटने के बाद तुरंत नाहाना चाहिए नहीं तो इसका असर स्वास्थ पर पड़ सकता है।
2. शारीरिक संबंध
चाणक्य ने कहा है कि कपल को शारीरिक संबध बनाने के बाद तुरंत स्नान कर लेना चाहिए। क्योंकि संबध बनाने से शरीर अशुद्ध हो जाता है। इसके अलावा निरोगी काया के लिए शरीर का साफ होना ज़रूरी है। क्योंकि संबध बनाने के बाद संक्रमण फैल सकता है। इसलिए स्नान कर लेना ही बेहतर है।
3. तेल मालिश के बाद
चाणक्य का मानना है कि तेल मालिश शरीर की थकान के लिए काफी अहम हैं। लेकिन तेल मालिश के बाद मनुष्य को तुरंत नहाना चाहिए, क्योंकि तेल मालिश करने से शरीर के छिद्रो से पसीना निकलने लगता है और इससे रक्त का संचार तेज़ी के साथ होने लगता है। ऐसे में शरीर के तापमान को मेंटेन करने के लिए नहाना बेहद ही ज़रूरी है।