आज के दौर में हर कोई धन कमाने के अलग-अलग तरीकों के बारे में सोचता है, क्योंकि हर व्यक्ति अच्छी जजिंदगी जीना चाहता है। इस वजह से हर मनुष्य अपने-अपने सुविधानुसार काम का चयन करता है, फिर उससे पैसे कमाता है। लेकिन कुछ लोगों को जब सफलता नहीं मिलती है तब वो रास्ते बदल लेते हैं, जिसका खामियाजा उन्हें बाद में भुगतना पड़ता है।
दुनिया में पैसे कमाने के बहुत सारे तरीके हैं, लेकिन उसमे से कुछ सही तो कुछ गलत है। इसके बारे में चाणक्य नीति में बहुत सारी बातें कही गई है, जिसमे यह भी कहा गया है कि मनुष्य को किस तरीके से धन अर्जित नहीं करना चाहिए। क्योंकि कुछ ऐसे तरीके हैं जिससे धन अर्जित करने से हमारी आर्थिक स्थिति कमजोर हो सकती है तथा घर में दरिद्रता आ सकती है।
चाणक्य नीति का एक महत्वपूर्ण सिद्धांत है – “धन धर्म का सेवक होना चाहिए, न कि उसका दास।” इसका अर्थ यह है कि हमें धन को धर्म के सेवा के लिए उपयोग करना चाहिए न कि उसके गुलाम बनने के लिए। धन कमाने के तरीकों में अवैधता, नैतिकता की कमी या गलती से उठाया गया धन व्यक्ति को अमीर नहीं बना सकता है।
1. चोरी से कमाया हुआ पैसा
चाणक्य नीति में व्यक्ति के आचरण और कर्मों का महत्व बताया गया है। चाणक्य कहते हैं कि धन कमाने के लिए हर मनुष्य को सत्य, ईमानदारी, नैतिकता, और न्यायप्रियता का पालन करना जरुरी है। जो लोग चोरी, जुआ, अन्याय या धोखाधड़ी करके धन कमाते हैं उसका धन बहुत जल्द नष्ट हो जाता है तथा उनके घर में दरिद्रता आ जाती है।
2. पैसों का उचित उपयोग न करना
चाणक्य अपनी नीति में यह भी बताया गया है कि व्यक्ति को न सिर्फ गलत तरीके से धन अर्जित करने से बचना चाहिए, बल्कि उसे अपने धन का उचित उपयोग भी करना चाहिए। उचित निवेश और बचत के माध्यम से व्यक्ति अपने धन को संरक्षित रख सकता है तथा उसे आगे भी वृद्धि कर सकता है।
3. अवैध मार्ग पर चलना
चाणक्य नीति के अनुसार, धन कमाने के लिए सच्चाई, ईमानदारी और नैतिकता का पालन करना बहुत आवश्यक है। धन कमाने के लिए किसी भी गलत या अवैध मार्ग पर चलने से हर किसी को बचना चाहिए। जो लोग गलत तरीके से धन कमाते हैं उनके पास कुछ ही समय के लिए पैसा होता है, लेकिन बाद में उनका सारा संपत्ति नष्ट हो जाता है। क्योंकि ऐसे धन की वजह से माता लक्ष्मी घर से चली जाती है, जिस वजह से लोग कंगाल हो जाते हैं।