मई 2023 में रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने 2000 हज़ार का नोट पर बैन लगा दिया था। आरबीआई ने बैंक को भी 2 हज़ार के नोट ग्राहकों को देने से मना कर दिया था। आरबीआई ने बताया था की 2 हज़ार के नोट अब बाजार में नहीं चलेंगे और आप अपना नोट बैंक में जाकर एक्सचेंज करवा सकते हैं। तब से भारत में सबसे बड़ा नोट 500 रुपये का है।
हालांकि अब 8 महीने बाद आरबीआई ने 2 हज़ार का नोट बंद करने के पीछे बड़ी वजह बताई हैं। उन्होंने इसके पीछ बड़ा कारण बताया हैं. जानकारी के मुताबिक सरकर ने क्लीन नोट पॉलिसी के तहत ये बड़ा कदम उठाया था।
साल 2016 में शुरु हुआ था नोट
नंवबर 2016 में जब भारत में सरकार ने नोटबंदी का ऐलान किया था, तब तत्काल रूप से 500 और हजार के पुराने नोट बंद हो गए थे। सरकार ने हज़ार रुपये की करंसी के बदले में 2 हज़ार का नोट छापा था। इस नोट को लेकर कई बातें सामने आईं थी, जिसमें दावा किया गया था कि इसमें कई तरह के फीचर्स हैं।
साल 2019 में बंद हुई छपाई
आरबीआई ने भले ही साल 2023 में 2 हज़ार का नोट बंद कर दिया,लेकिन इसकी छपाई साल 2019 से ही बंद हो गई हैं। लेकिन इसके पीछे कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया। लेकिन एक्सपर्टों की मानें तो उन्होंने 2 हज़ार के नोट बंद करने के पीछे ब्लैक मनी और भ्रष्टाचार बताया था।
ये रही असली वजह
जानकारों की मानें तो अधिक वैल्यू वाले नोटों से ब्लैक मनी में इज़ाफा होता है। इसके अलावा 2 हज़ार का जाली नोट बाज़ार में अपना पंख पसार चुका था। नेशनल इन्वेस्टिगेशन एंजेसी ने बताया है कि पाकिस्तान से 2 हज़ार के नोट भारी मात्रा में भारत पहुंचाए जा रहे थे। नोटों की पहचान करना भी आम आदमी के बस की बात नहीं थी इसके अलावा इंटेलिजेंस ब्यूरो और फाइनैंशल इंटेलिजेंस यूनिट ने भी भारत सरकार को 2 हज़ार का नोट जमा करने के चलन की बढ़ने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी, जिसके बाद सरकार के कान खुले थे।