यह तो सभी जानते हैं कि मां अन्नपूर्णा अन्न की देवी हैं। हिन्दू धर्म में इनकी पूजा की जाती हैं। वास्तु शास्त्र में मां अन्नपूर्णा की मूर्ति या तसवीर स्थापित करने के लिए विशेष नियम और दिशा निर्धारित की गई हैं।
मां अन्नपूर्णा की मूर्ति या तस्वीर को सही दिशा में लगाने से घर मे हमेशा बनी रहती हैं, सुख-समृद्धि में बढ़ोतरी होती हैं, धन के नए नए रास्ते खुलते हैं और सभी का स्वास्थ्य अच्छा बना रहता हैं।
हिन्दू धर्म में विभिन्न प्रकार के देवी देवताओं की पूरे विधि विधान से पूजा करने के नियम बनाए गए हैं। भक्त जन भगवान की पूजा करने के लिए उनकी फोटो घर में लाते हैं। जिस घर मे देवी देवताओं की पूजा की जाती हैं, वहा सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती हैं।
वास्तु शास्त्र में देवी देवताओं की तस्वीरों को लगाने के लिए दिशायें बताई गई हैं। पूजा घर का भी एक उचित स्थान निर्धारित किया गया है। इसी तरह मा अन्नपूर्णा की तस्वीर लगाने के लिए वास्तु शास्त्र के अनुसार अगण्य कोण यानी दक्षिण पूर्व दिशा में स्थापित करना ही शुभ माना जाता हैं।
घर की दक्षिण पूर्व दिशा यानी अगण्य कोण को बहुत ही पवित्र माना जाता हैं। मान्यताओं के अनुसार मा अन्नपूर्णा की मूर्ति या तस्वीर को अगण्य कोण में रखने से घर मे सुख समृद्धि और सौभाग्य की प्राप्ति होती हैं।
इसके अलावा घर के सभी सदस्यों का स्वास्थ्य अच्छा बना रहता हैं और घर के सभी प्रकार के वास्तु दोष दूर हो जाते हैं। वास्तु शास्त्र के अनुसार मा अन्नपूर्णा की तस्वीर को रसोई घर में लगाना बहुत ही शुभ माना जाता हैं।
रसोईघर में इस तस्वीर को उत्तर-पूर्व दिशा या पूर्वी कोने में लगाना शुभ होता हैं। यदि इस दिशा में लगाना सम्भव न हो तो पश्चिम दिशा में भी लगा सकते हैं।
यदि घर में आर्थिक समस्या चल रही हैं तो सौभाग्य के लिए मा अन्नपूर्णा की तस्वीर को पूजा घर मे लगानी चाहिए। ऐसा करने से घर में धन का आगमन होता हैं।
मा अन्नपूर्णा का सबसे पसंदीदा भोजन मूंग दाल हैं। इसलिए मूंग दाल का भोग अवश्य ही लगाए। इसका भोग लगाने के बाद सफेद गाय को खिलाना चाहिए। इससे घर में सुख शांति का वास होता हैं।