खाने में अगर नमक ना हो, तो मुंह का स्वाद ही खराब हो जाता है। कई लोगों को तो नमक खाने में सही होने के बावजूद अलग से चुटकी भर नमक थाली में लेकर अलग से खाने की आदत होती है, तो वहीं कुछ लोगों को हल्का ज्यादा नमक भी पसंद नहीं आता। हम जो भी खाते हैं, उसका हमारे शरीर पर अच्छा और बुरा दोनों असर पड़ता है, जिस वजह से हम जो भी खाते हैं, उसकी एक उचित मात्रा तय करना जरूरी है।
नमक हमारे हेल्थ पर अच्छा और बुरा दोनों असर डालता है, जो निर्भर करता है खाने में इसकी मात्रा पर। आपने अक्सर सुना होगा कि ज्यादा नमक खाना सेहत के लिये बेहतर नहीं है। ज्यादातर महिलाओं को ज्यादा नमकिन या चटपटा खाने की आदत होती है। कुछ एक्सपरेट्स का भी कहना है कि महिलाएं पुरूषों की तुलना में ज्यादा नमक खाना पसंद करती है। ऐसे में कुछ लोगों के मन में सवाल आता है कि कितनी मात्रा में नमक का सेवन सही है। आइये जानते हैं…..
नमक सोडियम क्लोराइड का ही दूसरा नाम है। सोडियम वो खनिज है, जो हमारे शरीर के रक्तचाप को नियंत्रित करने में सहायता करता है। इसके साथ ही नमक का काम शरीर में इलेक्ट्रोकेमिकल संतुलन को बनाए रखना और मांसपेशियों को अनुबंधित करना है। हालांकि, नमक की अतिरिक्त मात्रा शरीर को नुकसान पहुंचाती है।
महिलाएं करें इतने नमक का सेवन
एक्सपर्ट्स सलाह देते हैं कि गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं सहित 19 से 50 वर्ष की आयु की महिलाओं को एक दिन में 3.8 ग्राम से अधिक मात्रा में नमक का सेवन नहीं करना चाहिए। वहीं, 51 और 70 वर्ष की आयु के बीच की वृद्ध महिलाओं को सिर्फ 3.3 ग्राम नमक खाना चाहिये। इसके अलावा 71 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं को इससे भी कम नमक यानी कि प्रति दिन 3.0 ग्राम लेना चाहिये।
ज्यादा नमक का सेवन करने से होने वाले नुकसान
नमक की अतिरिक्त मात्रा के सेवन के चलते हाई ब्लड प्रेशर, ऑस्टियोपोरोसिस, गैस्ट्रिक कैंसर, गुर्दे की पथरी, गुर्दे की बीमारी, स्ट्रोक और कंजेस्टिव हार्ट फेल होने की संभावना अधिक होती है। जो महिलाएं डायबिटीज, किडनी की किसी बीमारी, सिरोसिस या हार्ट डिसीज़ से पीड़ित हैं, उन्हें खास तौर पर नमक का ज्यादा सेवन नहीं करना चाहिये।