आजकल बारिश का मौसम चल रहा है और ऐसे मौसम में खास कर सांपों के देखे जाने की चर्चा खूब होती है और चर्चा होने भी चाहिए क्योंकि बारिश की वजह से ऐसे जीव बाहर आ जाते हैं।
हाल में बिहार के बगहा में तक्षक सांप देखा गया। कुछ लोगों ने दावा किया कि यह सांप रेंगने की बजाय उड़ता है। परंतु ऐसा होना साइंटिफिकली पॉसिबल नहीं है। इसको लेकर ईटीवी भारत ने विशेषज्ञों से बातचीत की, बातचीत में विशेषज्ञों में सांप की खूबियों के बारे में बताया साथ ही यह भी बताया कि इस सांप का महत्व पौराणिक काल से जुड़ा हुआ है तथा महाभारत में इस सांप की चर्चा है। आज के आलेख में हम आपको तक्षक नाग के इतिहास उड़ने की सच्चाई से रूबरू करवाएंगे।
क्या है उड़ने की सच्चाई?
विशेषज्ञों से बात करने पर हमें यह पता चला की असल में यह सांप उड़ता नहीं है बल्कि हवा में ग्लाइड करता है। विशेषज्ञों से यह पता चला की यह एक डाल से दूसरी डाल पर छलांग लगाता है और ग्लाइड करते हुए दूसरी डाल पर पहुंचता है। विशेषज्ञों से बात करने पर हमें यह भी पता चला कि यह ऊपर से नीचे की ओर छलांग लगता है ना कि नीचे से ऊपर की ओर।
उड़ता नहीं तैरता है सांप
न्यूज एनवायरनमेंट एंड वाइल्ड लाइफ सोसायटी (न्यूज) संस्था के प्रोजेक्ट मैनेजर अभिषेक ने इसके बारे में खास जानकारी दी। उनके अनुसार तक्षक नाग को आर्नेट फ्लाइंग स्नेक, टक्का नाग, क्राइसोपेलिया अर्नेटा या ग्लाइडिंग स्नेक आदि नामों से भी जाना जाता है।
ये सांप अपने शरीर को S आकार का बना लेता है और स्प्रिंग की तरह जंप करता है। इसमें गुरुत्वाकर्षण बल की भूमिका होती है। इस सांप को नीचे से ऊपर की तरफ उड़ते हुए नहीं देखा जा सकता, यह जब भी ग्लाइड करता है तो बड़े पेड़ की डालियों से नीचे की तरफ आता है। यही वजह है कि अमूमन ये 12 से 15 फीट लंबे पेड़ों पर रहते हैं।
तक्षक सांप उड़ता नहीं है
वन्य जीव विशेषज्ञ संजू सिन्हा ने बताया कि वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में विभिन्न प्रकार के सांप आए दिन निकलते हैं। उनका बचपन वाल्मीकि नगर में गुजरा है। लिहाजा पिताजी से वन्य जीवों की विशेषताओं के बारे में ढ़ेर सारी जानकारियां मिलती रही हैं। उन्होंने भी इस सांप के बारे में खास जानकारी दी। उन्होंने भी इस बात की पुष्टि की है कि तक्षक सांप उड़ता नहीं है।
यह अमूमन यह 3 से 4 फीट तक का पतला सांप होता है जो ऊंचे पेड़ों पर रहता है। यह पेड़ की एक डाली से दूसरी डाली पर जंप करता है, इसके लिए वह अपने शरीर को एक विशेष आकार में ढाल लेता है व ऊपर से नीचे की तरफ तैरता है।
उड़ने वाले सांपों का रहस्य
जर्नल ऑफ़ एक्सपेरिमेंटल बायोलॉजी के हिसाब से सांप उड़ने वाला जीव तो नहीं है, यह सांप जब हवा में ग्लाइड करता है तो ऐरोडायनेमिक बल (वायुगतिकी) उत्पन्न करता है जो विमान के पंखों की तरह होता है, ऐसे में शारीरिक बदलाव के कारण यह उड़ान भरने में कामयाब होता है।
नागों का राजा
तक्षक सांप देखने में सुंदर होता है। इसके शरीर पर चंदन जैसा धब्बा होता है। इस सांप का पौराणिक महत्व भी हैं। इस सांप के बारे में कई पौराणिक कथाएं भी प्रचलित हैं। इस सांप के इतिहास को महाभारत काल से जोड़ा जाता है, इसी सांप ने राजा परीक्षित को डसा था जिसके कारण उनकी मृत्यु हुई थी। ऐसा माना जाता है कि यह सांप नागों का राजा है।
तक्षक नाग कौन है?
पौराणिक कथाओं के अनुसार तक्षक पाताल लोक के 8 नागों में से एक है। इसी नाग ने राजा परीक्षित को डसा था जिसके कारण उनकी मृत्यु हो गई और इससे नाराज होकर उनके पुत्र जन्मेजय ने सांपों को संसार से नष्ट करने के लिए एक यज्ञ किया, उसके भय के कारण तक्षक नाग इंद्र की शरण में जा पहुंचा।
ऐसे बची तक्षक की जान
जब यज्ञ हो रहा था तो तक्षक के साथ-साथ राजा इंद्र भी यज्ञ की ओर खींचे चले जा रहे थे, ऐसा होता देखकर इंद्र ने तक्षक का साथ छोड़ दिया और फिर तक्षक ने राजा परीक्षित के पुत्र से प्राण रक्षा की गुहार लगाई तब जाकर तक्षक के प्राण बचे।
तक्षक से बड़े दो भाई
पौराणिक कथाओं के अनुसार शेषनाग और वासुकी तक्षक के ही बड़े भाई हैं। ऐसा कहा जाता है कि जब शेषनाग भगवान विष्णु की शरण में गए तो उन्होंने वासुकी का राजतिलक कर उन्हें राजपाट सौंप दिया। कई सालों बाद वासुकी भगवान शिव की सेवा में चले गए तो उनके बाद तक्षक नागों का राजा बना।
तक्षक नाम की जाति भी थी
ऐसा माना जाता है कि भारत में तक्षक नाम की जाति के लोग भी रहते थे। ऐसे लोग खुद को तक्षक नाग के वंशज बताते थे। ये लोग संभवतः शक, तिब्बत, मंगोलिया और चीन के रहने वाले होंगे।