दिल्ली सरकार जल्द ही अपने सभी दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) और दिल्ली इंटीग्रेटेड मल्टी-मोडल ट्रांजिट सिस्टम (डीआईएमटीएस) संचालित बसों में नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड (एनसीएमसी) के अनुरूप डिजिटल टिकटिंग समाधान की सुविधा प्रदान करने वाली है। मिली जानकारी के अनुसार, परियोजना के पीछे मुख्य उद्देश्य मैन्युअल टिकटिंग प्रक्रिया को समाप्त करना और डिजिटल और संपर्क रहित टिकटिंग की ओर बढ़ना है। 8 जनवरी को इस प्रोजेक्ट के लिए टेंडर निकाले गए थे।
गौरतलब है कि हाल ही में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने लगभग 50 ई-बसों का उद्घाटन किया था, जिससे बसों की संख्या 7,379 हो गई। अधिकारियों का कहना है कि बसों की संख्या में वृद्धि के साथ ही दिसंबर में सवारियों की संख्या भी बढ़कर 12 करोड़ से अधिक हो गई थी। अधिकारियों के अनुसार डिजिटल टिकटिंग समाधान परिवहन विभाग द्वारा किए गए रूट युक्तिकरण अध्ययन का भी हिस्सा है, जिसका पायलट चरण अक्टूबर 2022 से चल रहा है।
निविदा में चरण एक में 7,500 बसों के लिए इलेक्ट्रॉनिक टिकटिंग मशीन (ईटीएम) की आपूर्ति और संचालन शामिल है। इसमें नकद भुगतान के बजाय टिकट खरीदने के लिए स्मार्ट कार्ड या एनसीएमसी कार्ड का प्रावधान भी शामिल है।
ऑनलाइन टिकट और रियायती दैनिक या मासिक पास की खरीद को सक्षम करने के लिए मोबाइल ऐप भी मुहैया कराया जायेगा। इस प्रक्रिया में चोरी की किसी भी संभावना को दूर करने के लिए एक पूर्ण डिजिटल समाधान है। ईटीएम मशीन पिंक टिकट भी जारी करेगी, जिससे महिलाएं मुफ्त में यात्रा कर सकेंगी।
वर्तमान में, एनसीएमसी कार्ड दिल्ली मेट्रो की एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन में चल रहे हैं, जबकि बाकी लाइनें जून 2023 तक एनसीएमसी के अनुरूप होने वाली हैं। इस कार्ड के माध्यम से यात्री बस और मेट्रो टिकट दोनों खरीद सकेंगे। यात्रा को और अधिक सुविधाजनक बनाने के लिए आने वाले वर्षों में अधिक से अधिक पारगमन विकल्प जोड़े जाएंगे। ज्ञात हो कि परिवहन विभाग ने नवंबर 2022 में ‘वन दिल्ली’ ऐप लॉन्च किया था, जिसके जरिए बस उपयोगकर्ता ऑनलाइन टिकट और पास खरीद सकते हैं।