Chanakya Niti: आज के समय में हर दूसरे व्यक्ति में एक कंपटीशन होता है हर कोई एक दूसरे से आगे निकलने की कोशिश में रहता है और इसके लिए वह कड़ी मेहनत भी करता है। लेकिन कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो बहुत कड़ी मेहनत करते हैं लेकिन फिर भी जीवन में आगे नहीं निकल पाते। हजार बार कोशिश करने के बाद भी उन्हें निराशा का सामना करना पड़ता है।
ऐसे लोगों के लिए आचार्य चाणक्य ने उनकी किताब चाणक्य नीति में कुछ ऐसी बातों का जिक्र किया है जो उनको सफलता दिलाने में सहायक हो सकते हैं और साथ ही उन्हें उन कर्मियो का एहसास कराया गया है जो जीवन में उनकी सफलता में बाधक हैं। आज के आलेख में हम आपको आचार्य चाणक्य द्वारा बताए गए इन दो तरह की मानसिकता वाले लोगों के विषय में जानकारी से अवगत कराएंगे।
1. सिर्फ रणनीति बनाकर सोचने वाले लोग
आचार्य चाणक्य अपनी किताब चाणक्य नीति में कहते हैं कि जो लोग केवल सोचकर ही सफलता हासिल करना चाहते हैं जो सिर्फ अपने मन में योजनाएं बनाते हैं और अपने मन में ही भविष्य सोच लेते हैं किंतु इसके लिए कोई कदम नहीं उठाते, ऐसे लोगों को जीवन में कभी भी सफलता हासिल नहीं हो पाती । सफल होने के लिए किसी भी व्यक्ति को योजना बनाने के साथ-साथ उसे पर काम करना अत्यंत आवश्यक होता है।
2. बिना योजना बनाए काम करने वाले लोग
चाणक्य नीति में आचार्य चाणक कहते हैं कि जो लोग बिना सोचे समझे कोई भी काम करते हैं उन्हें किसी भी प्रकार की सफलता प्राप्त नहीं होती सफलता प्राप्त करने के लिए सबसे जरूरी होता है कि आप सबसे पहले एक रणनीति तैयार करें और उसके बाद उसी के हिसाब से काम करें।
यदि आप जीवन में कोई भी लक्ष्य पाना चाहते हैं तो सबसे पहले आपको उसके लिए एक योजना बनानी होगी। योजना बनाने से आप उससे संबंधित भविष्य की परेशानियों से आसानी से निपट सकते हैं। बिना सोचे समझे कोई भी काम करना अक्सर लोगों को परेशानी में डाल देता है। आचार्य चाणक्य के अनुसार केवल बड़ी-बड़ी बातें सोचने और दिशाहीन होकर काम करना लोगों को सफल होने से रोकता है।