स्वस्थ जीवन जीने के लिए बहुत जरूरी है कि हम देसी लाइफस्टाइल अपनाएं। बहुत से लोग मटके का पानी पीना पसंद करते हैं। गर्मियों के समय में मटके का पानी अंदर तक ठंडक पहुंचाता है।
हमारे देश में सदियों से मटके का पानी पीने की परंपरा है। आज भी ग्रामीण क्षेत्रों में बहुत से लोग पीने के लिए मटके का पानी उपयोग करते हैं क्योंकि उनका मानना है कि सेहत के लिए फ्रिज से ज्यादा फायदेमंद है मटके का पानी।
क्यों पीना चाहिए मटके का पानी
मटके का पानी प्राकृतिक रूप से पानी को ठंडा करता है। इससे कई स्वास्थ्य लाभ हो सकते हैं। आयुर्वेद में मटके के पानी को प्रेफरेंस दिया जाता है। अगर आप मटके का पानी पीने नियमित पियेंगे तो आपको कोई भी बीमारी नहीं होगी। मटके की मिट्टी में क्षारीय गुण पाए जाते हैं जो गैस्ट्रिक और एसिडिटी की समस्या को दूर करने में मदद करता है। इसके अलावा ये पानी आपकी बॉडी के पीएच लेवल को भी कंट्रोल में करने में मदद करता है और पेट संबंधित परेशानियां नहीं होती।
मटके का पानी पीने से होती है गले की खराश दूर
अगर गले की खराश है तो मिट्टी के बर्तन या मटके का पानी एक बेहतरीन उपाय साबित हो सकता है। फ्रिज का पानी ऊपर से ठंडा होता है लेकिन इसकी तासीर गर्म रहती है, जिस वजह से ये पानी नुकसान करता है। वही मटके का पानी पूरी तरह से ठंडा होता है, जिससे आपके गले में खराश की परेशानियां नहीं होती। इसके पानी में मिट्टी के पोषक तत्व भी मिले होते हैं जो आपकी सेहत के लिए लाभदायक हो सकते हैं। मटके का पानी पीने से आपको सर्द-गर्म की वजह से होने वाली समस्याएं भी नहीं।
बासी मुँह पिएं मटके का पानी
वैद्यो का मानना है कि बासी मुंह मटका का पानी पीना चाहिए ऐसा करने से बहुत सी बीमारियों का इलाज हो सकता है। जिस व्यक्ति को बवासीर की सूजन है या बुखार है या फिर किसी भी तरह का पेट का विकार है उसके लिए बासी मुंह मटके का पानी पीना बहुत ही ज्यादा फायदेमंद होता है।
एक दिन में कितना पीना चाहिए पानी
गर्मियों के समय मटके का पानी न सिर्फ शरीर को शीतलता देता है बल्कि अगर आप सुबह सूरज निकलने से पहले उठ जाते हैं और बासी मुंह मटके के पानी का सेवन कर सकते हैं तो आपके जीवन में अद्भुत बदलाव हो सकते हैं। आयुर्वेदिक एक्सपर्ट्स का मानना है कि गर्मी में अगर मटके के पानी का नियमित सेवन किया जाए तो पेट का विकार नहीं होता। पित्त विकार के रोगियों के लिए भी ये पानी लाभदायक है।