Chanakya Niti: अपनी नीतियों में आचार्य चाणक्य ने महिलाओं के हर विषय पर बात करना पसंद किया है। उन्होंने शादीशुदा ज़िंदगी के अलावा पारिवारिक मसलों पर भी खुलकर बात की है। आचार्य चाणक्य के मुताबिक परिवार और समाज के निर्माण के लिए महिलाएं काफी महत्वपूर्ण हैं।
हालांकि उन्होंने अवगुण वाली महिलाओं के अलावा गुण वाली महिलाओं के बारे में अपने श्लोकों में बताया है। आचार्य चाणक्य के मुताबकि एक आदर्श औरत में 5 गुण कुछ इस प्रकार पाए जाते हैं, जो हर मनुष्य के लिए जानना बेहद ही ज़रूरी है।
1. दया और विनम्रता की धनवान
आचार्य चाणक्य कहते है कि, जिस महिला में भी दया और विनम्रता पाई जाती है। उसे हमेशा सम्मान मिलता है। इसके अलावा जो, स्त्री हमेशा क्रोध में रहती है उनसे हमेशा नुकासन होता है। इसके अलावा महिलाओँ में दया करने का भी भाव होना चाहिए।
2. वाणी में मिठास
महिलाओं की वाणी मधूर होनी चाहिए। स्त्री को हमेशा मीठी बाते करनाी चहिए। उसे कड़वे बोल से हमेशा परहेज़ करना चाहिए। कड़वी बातें बोलने वाली महिलाओं में शोभा की कमीं आने लगती है।
3. साहस
आचार्य चाणक्य कहते हैं एक महिला में पुरुषों से 6 गुणा ज्यादा साहस होना चाहिए। उन्हें हर परिस्थिती से निपटने के लिए तैयार रहना चाहिए।
4. संचय करने की प्रवृत्ति
आज के ज़माने में महिलाओं के अंदर धन संचय का अच्छा ज्ञान होना चाहिए। आचार्य चाणक्य ने कहा है कि मुसिबत आने पर मित्र और पत्नी की अग्निपरिक्षा होती है। ऐसे में अगर स्त्री धन बचाकर रखेगी, तो वह अपने परिवार की मुश्किल स्थिति को दूर कर सकती है।
5. धर्म का पालन
आचार्य चाणक्य का मानना है कि एक स्त्री को हमेशा धार्मिक होना चाहिए। भगवान पर भरोसा करना चाहिए। क्योंकि धार्मिक महिलाएं अच्छे और बुराई का अंतर तुंरत समझ जाती हैं।