Chanakya Niti: इस दुनिया में पति और पत्नि का रिश्ता सबसे मज़बूत माना जाता है। शादी के समय पति और पत्नि सात जन्मों तक इस रिश्ते को निभाने की सौगंध खाते हैं। हालांकि पति और पत्नि के बीच उम्र का अधिक फासला नहीं होना चाहिए, आजकल ऐसा देखा जा रहा है कि पति अपने होने वाली पत्नि से 10 साल तक भी बड़ा हो रहा हैं, लेकिन चाणक्य ने पति और पत्नि के बीच होने वाले रिश्तों पर खुलकर प्रकाश डाला है।
उन्होंने बताया है कि एक पति और पत्नि के बीच कितनी उम्र का अंत होना चाहिए। अगर ऐसा नहीं होता है तो ये रिश्ता ज्याया दिनों तक नहीं टिकता हैं. इसके अलावा उन्होंने इस विषय पर विस्तार से चर्चा की है।
जीवन में आती है समस्याएं
चाणक्य ने कहा है कि पति पत्नी का रिश्ता अनमोल होता है और ये रिश्ता आपकी ज़िंदगी के सुख और दुख की वजह भी बनता है। उन्होंने बताया है कि अगर दोनों के बीच उम्र का फासला ज्यादा हो तो सम्स्याएं बढ़ती हैं। बूढे आदमी को जवान लड़की से भूल कर भी शादी नहीं करनी चाहिए।
क्योंकि ऐसी शादिया लंबे दिनों तक नहीं टिक पाती हैं। पति और पत्नि के बीच ज्यादा उम्र का फासला अच्छा नहीं माना गया हैं। ऐसा करने पर जीवन भी कष्टमय बीतता है। क्योंकि पुरुष की उम्र ज्यादा दिनों तक नहीं छुप पाती हैं और यही रिश्ता खत्म होने की असली वजह भी बनता है।
3 से 5 साल का फर्क सही?
चाणक्य ने माना है कि पति और पत्नि का रिश्ता कई मायनों में खास है। दोनों को एक दूसरे की ज़रूरत के वक्त काम भी आना चाहिए। चाणक्य ने अपनी नीतियों में बताया है कि पति और पत्नि के बीच 3 से 5 साल का गैप होना ही सही हैं। इससे ज्यादा उम्र का फर्क होना दोनों के लिए परेशानियों का सबब बनता हैं। क्योंकि अगर पति अधिक उम्र का होगा तो वह अपनी पत्नि की मानसिकता को सही ढंग से नहीं समझ पाएगा।