Property Rights: भारतीय कानून में महिलाओं को संपत्ति से जुड़े कई अधिकार बताए गए हैं। मताा-पिता की संपत्ति में बेटी को बेटे के बराबर अधिकार दिया गया है। शादी के बाद जब महिला अपने ससुराल जाती है तो पति के सभी अधिकार सास-ससुर की तरफ से बहू को मिल जाते हैं। कई मामलों में देखा गया है कि संपत्ति पर हक को लेकर परिवार में ही विवाद होने लगते हैं। हाल ही में ऐसा मामला सामने आया है जिसके बारे में हाई कोर्ट ने एक फैसला सुनाया है।
ससुर की कमाई पर बहू अपना अधिकार नहीं जमा सकती है। पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट ने अहम फैसले में कहा है कि सास-ससुर की कमाई संपत्ति पर बहू उनकी इच्छा के खिलाफ जाती है तो उसका सास-ससुर की संपत्ति पर अधिकार नहीं मिल सकता। कोर्च के फैसले के खिलाफ महिला की अपील को खारिज करते हुए पति पर पत्नी की जिम्मेदारी है लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि ससुर की संपत्ति बहू को मिल जाए।
सास-ससुर की संपत्ति पर बहू का कितना अधिकार?
रिटायर्ड नेवी ऑफिसर ने एक कोर्ट में केस दायर की है। जिसमें लिखा है कि अपने घर की पहली मंजिल पर रह रही बहू से घर खाली करवाना है लेकिन वो कर नहीं रही। याचिका में लिखा है कि उनका बेटा और बहू के साथ उनके संबंध अच्छे नहीं हैं इस लिहाज से वो चाहते हैं कि उनके घर से वो उन दोनों को निकाल दें।
बहू ने दहेज उत्पीड़न का केस दर्ज करा दिया है जिसमें लुधियाना कोर्ट ने उन्हें दोषमुक्त किया है। इसके बाद भी बहू ने माफी मांगी तो उन्होंने बेटे-बहू को पहली मंजिल पर रहने की अनुमति दी। अब वो झगड़ा करने लगी है और इसके चलते उनकी पत्नी की हार्ट अटैक से मौत हो गई। अब वो नहीं चाहते कि बेटा-बहू उनके घर में रहे। कोर्ट में याचिका को ध्यान में रखकर बेटे ने किराए पर अलग घर लिाय लेकिन बहू ने ज्वाइंट हिंदू प्रॉपर्टी के तहत दावा किया है।
उसने बताया है कि शादी के बाद से वो इस घर में रह रही है , उनकी एक बेटी भी है।ऐसे में संपत्ति पर उनका भी अधिकार है। पंचकूला हाई कोर्ट ने महिला के इस दावे को खारिज किया। इसके बाद हाईकोर्ट में फैसले के खिलाफ अपील दाय की गई। हाईकोर्ट ने साफ कह दिया कि अगर सास-ससुर अपनी प्रॉपर्टी अपने बेटे-बहू को देना नहीं चाहते तो उन्हें प्रॉपर्टी में कोई हिस्सा नहीं मिल सकता।