Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य ने अपनी किताबों में जीवन जीने का सही रास्ता बताया है। माना जाता है कि अगर कोई इंसान आचार्य चाणक्य की बातों पर अमल करे और ठीक वैसे ही ज़िंदगी गुज़ारे तो जीवन में हर प्रकार का दुख दर्द दूर हो जाएगा और मनुष्य सुखदायक जीवन व्यातीत करेगा।
आचार्य चाणक्य ने जीवन और उससे जुड़े हर रिश्तों के बारे में खुलकर अपनी किताबों में खुलकर लिखा है। चाणक्य ने अपनी नीतियों में 8 मामलों में महिलाओं को पुरुष की तुलना में अधिक ताकतवार बताया है। चाणक्य के मुताबिक महिलाएं इन 8 मामलो में पुरुष से 8 गुणा ज्यादा शक्तिशाली हैं। इस लेख में आईए जानते हैं कि चाणक्य महिलाओं को किन मामलों में पुरुष से आगे बता रहे हैं।
1. भूख और लज्जा में महिलाएं आगे
चाणक्य के अनुसार महिलाओं को पुरुष की तुलना में ज्यादा भूख लगती है। उन्होंने बताया कि महिला को पुरुष से दो गुणा ज्यादा भूख लगती है। इसके अलावा महिलओं में लज्जा पुरुष से 8 गुणा ज्यादा होती है। चाणक्य शर्म की बात कर रहें हैं कि अगर कोई महिला नकारात्मत काम कर रही है तो इन मामलों में वे ज्यादा लज्जा महसूस करती है।
2. महिलाओं में ज्यादा साहस
इसके अलावा स्त्रियों में पुरुष की तुलना में अधिक साहस होता है। हालांकि इतिहास में ज्यादातर जंग लड़ने वाले योद्धा पुरुष ही गुज़रे हैं, लेकिन चाणक्य के मुताबिक स्त्रियां पुरुषों के मुकाबले 6 गुणा ज्यादा साहसी होती हैं।
3. सहनशक्ति और काम में आगे
पुरुषों के मुकाबले महिलाएं सहनशक्ति के अलावा काम करने की ताकत काफी ज्यादा होती है। महिलाओं के पास किसी भी काम को करने का पुरुष से ज्यााद साहस होता है। महिलाएं किसी भी परिस्थिति में काम कर सकती है, जबकि अधिककतर पुरुष में ये गुण नहीं होते हैं।
इसी श्लोक में आचार्य ने बताया है कि अगर शिष्य मुर्ख है तो उसे कोई भी उपदेश देना वक्त की बर्बादी है। अगर स्त्री दुष्ट है तो इसका पालन पोषण करना व्यर्थ है। चाणाक्य ने दुखी इंसान से तालमेल बनाने के लिए सख्ती के साथ मना किया है। उनका मानना है कि आप कितने भी बुद्धिमान क्यों न हो अगर आप दुखी व्यक्ति से अपना तालमेल बना रहे हैं तो आपको अधिक समस्याओं का सामना करना पड़ेगा।