Astro Tips: वास्तु शास्त्र के नियम के अनुसार, यदि आप अपने जीवनशैली का सही चयन करते हैं तो आपका जीवन सुखमय रहता है। इसी तरह खाना खाने के भी वास्तु शास्त्र में कई नियम हैं।
यदि, आप भोजन के उन नियमों को फॉलो करते हैं, तो आप के घर में धन का भंडार होगा और मां लक्ष्मी आपसे प्रसन्न होंगी। आइए जानते हैं कि वास्तु शास्त्र में भोजन करने के क्या-क्या नियम बताए गए हैं।
भोजन करने के कुछ आवश्यक नियम
किसी भी व्यक्ति को कभी भी भोजन का अपमान नहीं करना चाहिए। जो भी आपको उस समय उपलब्ध हो, उस भोजन का सम्मान करें और प्रभु का धन्यवाद करके उसे खुशी-खुशी खाएं। भोजन का सबसे पहला नियम यही है कि खाना अपने पूरे परिवार के साथ बैठकर खाना चाहिए। इससे आपके घर में आपस में परिवार के सदस्यों में एकता प्रेम और सद्भावना बढ़ती है।
सही दिशा का चयन करें
शास्त्रों के अनुसार अगर आप भोजन करने के स्थान को सही दिशा में परिवर्तित कर दें, तो आपके लिए लाभकारी साबित होगा। हर व्यक्ति को अपने घर में भोजन करते समय, घर की पूर्व और उत्तर की दिशा की तरफ मुंह रखना चाहिए, इससे आपके घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव होता है।
भोजन बर्बाद ना करें
यह एक सबसे बड़ी एक बुरी आदत है। जिसकी वजह से हमारे घर में समस्याएं आती हैं। व्यक्ति को चाहिए कि वह अपना भोजन कभी भी बर्बाद ना करें। जितना आप खा सकते हैं, उतना ही प्लेट में लें और उस बचे हुए खाने को फ़ेंके नहीं। हो सके तो किसी भी जरूरतमंद तक अपने घर में बचे हुए खाना पहुंचा दें।
कभी भी थाली में हाथ ना धोएं
अक्सर, आपने लोगों को देखा होगा, कि खाने के बाद अपनी प्लेट में हाथ धोने लगते हैं, यह आदत हमारे भोजन और हमारे स्वास्थ्य पर बहुत ही बुरा प्रभाव डालती है। ऐसा करने से घर में कंगाली आती है तथा धन की कमी होती है।
खाने का कभी अपमान ना करें
यदि, आपको खाने के बीच में वॉशरूम जाना पड़े तो, कृपया थोड़ी देर रुक जाएं और भोजन पूरा करने के बाद ही शौचालय में जाएं, क्योंकि इससे खाने का अपमान होता है। आपको चाहिए कि आप खाना खाने से पहले ही शौचालय से होकर आ जाएं, ताकि खाने के बीच में आपको इस तरह की समस्या ना आए।
वास्तु शास्त्र और भोजन
भोजन करना और भोजन बनाना यह एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसे हम वास्तु शास्त्र के नियमों के अनुसार कार्य करें, तो हमें और हमारे स्वास्थ्य को बहुत लाभ होगा। हमें कभी भी ना तो भोजन का अपमान करना चाहिए और ना ही उसे व्यर्थ करना चाहिए। यदि, भोजन बचता है तो उसे फेंकै नहीं, बल्कि किसी भूखे को दे दें, ताकि उसका पेट भर जाए और आपको उसकी दुआ लगे। इससे आपके हाथों भोजन भी व्यर्थ नहीं होगा। वास्तु शास्त्र के नियमों के अनुसार परिवार के लोगों के साथ बैठकर खाना खाएं। ताकि हमारे घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह हो आपस में प्रेम सद्भावना बढ़ें।