Bullet Train: भारतीय रेलवे ने अपने नेटवर्क का जाल लगभग पूरे देश में फैलाया है। भारतीय रेलवे अपने आधुनिक स्वरूप का विस्तार करते हुए देश के कई क्षेत्रों में सेमी हाई स्पीड ट्रेन वंदे भारत चला रहा है। अभी कुछ ही दिनों पूर्व प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने केरल राज्य को उसकी प्रथम वंदे भारत ट्रेन का उपहार दिया।
भारतीय रेलवे के बदलते आधुनिक स्वरूप की बात करें तो इस समय देश में बुलेट ट्रेन (Bullet train) की चर्चा जोरों पर है। दरअसल लोगों में बुलेट ट्रेन के प्रति उत्सुकता इसलिए भी बढ़ गई है क्योंकि लगभग 5 वर्षों से मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना पर काम हो रहा है। अब तक मिली आधिकारिक जानकारी के अनुसार 31 मार्च 2023 तक इस परियोजना पर 30. 15% कम हो चुका है।
आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि भारतीय रेलवे की इस महत्वाकांक्षी परियोजना में कहां कितना कार्य हुआ है और कितना अभी शेष है। इससे आप यह अंदाजा लगा सकते हैं कि आने वाले कितने समय के बाद भारत में बुलेट ट्रेन चलना शुरू हो जाएगा।
कार्यों का क्रमवार विवरण
प्राप्त सूचना के अनुसार बुलेट ट्रेन परियोजना का काम गुजरात में 35.23 प्रतिशत पूरा हो चुका है जबकि महाराष्ट्र में केवल 19.65 प्रतिशत ही काम हो पाया है। इस पूरी परियोजना का अनुमानतः 56.34% सिविल काम पूरा हो चुका है। रेल मंत्रालय द्वारा जारी एक सूचना में जानकारी दी गई है कि 170.56 किमी घाट पर काम हो चुका है तथा लगभग 45. 40 किमी गर्डर्स तैयार किए जा चुके हैं ।
परियोजना के पूरा होने का अनुमानित समय
1 लाख 8000 करोड़ रुपए की अनुमानित लागत वाली देश की प्रथम मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड ट्रेन की परियोजना(MAHSR) के लिए 6 अगस्त 2026 तक सूरत बिलिमोरा के बीच लगभग 63 किमी दूरी का ट्रायल निर्धारित किया गया है।
508 किमी लंबी रूट वाले मुंबई-अहमदाबाद कॉरिडोर में महाराष्ट्र के 156 किमी व गुजरात के 352 किमी रूट के 2027 तक चालू होने का अनुमानित आकलन है। नेशनल हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड (NHSRCL) के मुताबिक बुलेट ट्रेन मुंबई-अहमदाबाद की दूरी मात्र 127 मिनट में तय कर लेगी और इसकी रफ्तार 320 किमी प्रति घंटे होगी।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि MAHSR के अंतर्गत 460 किमी वायडक्ट्स, 9.22 किमी पुल, 25.87 किमी सुरंग तथा 12.9 किमी तटबंधों/कटिंग के तहत 92% हाई स्पीड एलिवेटेड रेल मार्ग शामिल हैं। साथ ही इस ट्रैक के उत्तर की ओर मुंबई ठाणे के बीच पर्यावरण संवेदनशील ठाणे क्रीक से गुजरने वाला रेल कॉरिडोर एक मुख्य विजिटिंग साइट होगा जिसके अंतर्गत ठाणे क्रीक फ्लैमिंगो अभ्यारण (TCFS) भी सम्मिलित है।
इसका नामकरण अगस्त 2022 में रामसर साइट के रूप में किया गया था। TCFS के आसपास स्थित राजहंस वह अन्य मैंग्रोव में वन्यजीवों को नुकसान न पहुंचाने के उद्देश्य से एमएएचएसआर कॉरिडोर एक अंडरसीट सुरंग से होकर गुजरेगा। एमएएचएसआर की रिपोर्ट के अनुसार 13.2 मीटर व्यास की एक ट्यूब के भीतर से गुजरने वाली यह देश की पहली अंडरसीट सुरंग होगी साथ ही यह अब तक का सबसे लंबा भारतीय रेल परिवहन मार्ग होगा।
भारत में बुलेट ट्रेन का रूट
बुलेट ट्रेन (Bullet train) के रूट की बात करें तो बांद्रा कुर्ला कंपलेक्स से शुरू होते हुए इसका आखिरी पड़ाव अहमदाबाद का साबरमती स्टेशन होगा। कुल मिलाकर गुजरात के आठ जिलों, महाराष्ट्र के तीन तथा केंद्र शासित प्रदेश दादर और नगर हवेली वह दमन और दीव से होते हुए गुजरेगी। रेलवे से मिली सूचना के अनुसार बुलेट ट्रेन का स्टॉपेज 12 स्टेशनों मुंबई-बीकोसी, ठाणे, विरार, बोईसर, वापी, बिलिमोरा, सूरत, भरूच, बडोदरा, आनंद, अहमदाबाद व साबरमती पर होगा।