आज-कल की व्यस्त जिंदगी में हम सभी की ये इच्छा होती है कि कुछ अच्छा समय अपने परिवार के साथ बिताने के लिए फैमिली ट्रिप पर जाएं। लेकिन पारिवारिक खर्चों और जिम्मेदारियों की वजह से हम ऐसा कर नहीं पाते। इसी कारण हम थोड़ा चिंतित भी रहते है और इसी उहापोह में रहते हैं कि कैसे हम बिजनेस या नौकरी के साथ-साथ फैमिली को भी कुछ वक्त दिया जाए।
प्रायः हम सभी जानते हैं कि आजकल रुपया पैसा कितना जरूरी है जीने के लिए। कभी पैसों के अभाव के कारण हम अपने बच्चों की हायर एजुकेशन या फैमिली की सुख सुविधाओं को फुलफिल नहीं कर पाते। लेकिन एक संतुलित और खुशहाल जीवन के लिए यह जरूरी है। ऐसे ही कुछ तरीके हैं जिसे अपनाकर और एक नियत बजट तैयार कर खर्च व बचत के बीच संतुलन स्थापित किया जा सकता है और एक अच्छे जीवन की तरफ़ अग्रसर हुआ जा सकता है। आज हम उन्हीं उपायों की आपसे चर्चा करेंगे।
खर्चो की रूपरेखा नियत करें
यदि आपने अपनी फैमिली के साथ कहीं बाहर जाने का ट्रिप निश्चित कर लिया है और उसके लिए अवकाश का भी आवेदन दे दिया है तो इसके साथ ही आपको ये भी निश्चित कर लेना चाहिए कि इस ट्रिप पर आपका अनुमानतः कितना खर्च होने वाला है ताकि आप उसी हिसाब से अपना मैनेजमेंट कर सकें। बेहतर होगा कि ज़रूरी खर्चों की एक लिस्ट बना लें और उसी हिसाब से व्यय की जाने वाली अपनी रकम को व्यवस्थित करें।
बचत करने की आदत
यदि हम अपने पैसे को सही व सुंयोजित तरीके से खर्च करते हैं तो यह बचत करने का एक सुगम जरिया बन सकता है। अतः बजट बनाकर खर्च करने की आदत अनावश्यक खर्चों से बचाती है। इस प्रकार यदि आपके पास खर्च से अधिक पूंजी है तो आकस्मिक जरूरत से निपटने में आप समर्थ रहेंगे।
ऋण के भार को कम से कम रखें
चाहे हम पूंजी पति हो अथवा सामान्य व्यक्ति, जरूरत पड़ने पर ऋण लेने की आवश्यकता सभी को पड़ती है। पर जब यही कर्ज बढ़ता जाता है तो मानसिक तनाव की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। हम कहीं बाहर जाने का विचार करके भी ऋण के बोझ तले उसे त्यागने पर विवश हो जाते हैं और हमारी बनी बनाई योजना पर पानी फिर जाता है। इसी लिए जितनी जल्दी संभव हो अपने ऋण के बोझ को निरंतर कम करते रहें क्योंकि कि ऋण का बोझ आपकी इच्छाओं की पूर्ति में बहुत बड़ी बाधा है।
निवेश को विराम कदापि न दे
यदि आप कहीं बाहर जाने की प्लानिंग करते हैं तो यह अच्छी बात है पर इसके कारण आप अपने आर्थिक नियोजन को बाधित ना होने दें। म्युचुअल फंड, भविष्य निधि या किसी आवर्ती जमा योजना की किस्तों को पूर्व नियोजित तरीके से जारी रक्खें। क्योंकि यही बचत आपके भविष्य की उन जरूरतों को पूरा करेगी जिनके लिए अधिक पूंजी की दरकार हो सकती है।
गैरजरूरी खर्चों से करें परहेज
अनावश्यक खर्च अमूमन हर घर में होते ही रहते हैं। लेकिन इसे कम करने की आदत डालें और अपनी बचत नियोजित करें। अपने बैंक अकाउंट के अमाउंट पर नजर रखें । इससे आप अपनी सहूलियत के हिसाब से ही पैसे खर्च करेंगे न कि आवश्यक।