क्या आपने कभी सोचा है कि लकड़ी के पेड़ से शराब भी तैयार की जा सकती है? इसके बारे में सुनकर बहुत सारे लोगों को थोड़ा अटपटा लगेगा, क्योंकि ज्यादातर लोगों ने यह सुना ही नहीं होगा कि लकड़ी के माध्यम से भी शराब बनाई जा सकती है। इस वजह से उनके मन में तरह-तरह के सवाल उठते होंगे।
मैं आपको बता दूं कि लकड़ी से शराब बनाई जाती है, जिसका इस्तेमाल दुनिया के बहुत सारे लोगों ने किया भी होगा। अब कुछ लोग सोचेंगे कि अगर लकड़ी से शराब बनाई जा सकती है तो कैसे? इसके अलावा लोग यह भी सोच रहे होंगे कि सबसे पहले लकड़ी के द्वारा शराब कब बनाई गई थी? इस तरह के कई प्रश्न लोगों के मन में आ सकते हैं तो चलिए अब हम ऐसे ही सवालों के बारे में जानते हैं।
जापान में तैयार की जाती है लकड़ी से बनी शराब
एल्कोहल या शराब दुनिया भर में सबसे ज्यादा पेय पदार्थ के रूप में प्रचलित है। शराब को आपने कई बार अंगूर, चावल, जौं, मक्का तथा आलू से तैयार होते हुए देखा होगा, लेकिन एक पेड़ ऐसा है जिस की लकड़ी से शराब तैयार की जाती है। जी हां, जापान के विशेषज्ञों का कहना है कि लकड़ी से शराब तैयार की जा सकती है।
दरअसल, जापान के शहर ताहोका में सिदार नाम का एक पेड़ वर्ष 1600 में लगाया गया था। उसके बाद उस पेड़ से साल 1916 में एक सफेद रंग का तरल पदार्थ बहने लगा। उस वक्त करीब 35 लीटर पदार्थ इस पेड़ से प्राप्त हुआ, जिसका इस्तेमाल एल्कोहल बनाने के लिए किया गया।
अगर जापान के विशेषज्ञों का यह दावा सही हुआ तो एल्कोहल या शराब बनाने की पूरी प्रक्रिया में एक बड़ा परिवर्तन आएगा तथा लकड़ी के इस्तेमाल से शराब तैयार किया जाएगा। ऐसे में बड़े-बड़े पेड़ों को लगाने की मांग भी बढ़ेगी और इससे पृथ्वी को भी काफी फायदा होगा, क्योंकि पेड़ लगाने से वातावरण में ऑक्सीजन का स्तर सामान्य रहेगा, जिससे तापमान में भी समानता बनी रहेगी।
सिदार पेड़ से प्राप्त होता है मेथेनॉल
विशेषज्ञों का कहना है कि सिदार और चेरी के पेड़ से मेथेनॉल की प्राप्ति होती है। इसकी मदद से केवल पेंट प्लास्टिक एवं इंधन जैसी चीजें तैयार किया जा सकता है, इस वजह से यह शरीर के लिए हानिकारक होता है। यही कारण है कि ये पीने लायक नहीं होता है।
जापान के नागरिक ने बनाई लकड़ी से शराब
जापान शहर के एक विशेषज्ञ Otusuka ने पेड़ की लकड़ी से शराब बनाने का तरीका खोज लिया है। उस व्यक्ति ने पहले पेड़ की लकड़ी को पीसकर उसका पेस्ट बनाया, फिर तैयार पेस्ट में एंजाइम तथा यीस्ट मिलाकर फर्मेंटेशन तैयार किया गया। फर्मेंटेशन के बाद यह देखा गया कि इसमें 1 लीटर पदार्थ में से 3.75% अल्कोहल प्राप्त हुआ है, जिसे पीने लायक उपयोगी बताया जा रहा है। इस तरह अब जापान में लकड़ी के उपयोग करके शराब बनाया जा रहा है। अब धीरे-धीरे इसके प्रचलन में आने से दुनियाभर में लकड़ी से बनी शराब का उपयोग होने लगेगा।