रेलवे स्टेशन पर लगे पीले रंग के बोर्ड पर PH क्यों लिखा होता हैं? 99% लोगों को नहीं मालूम है इसका जवाब

क्या आपने कभी रेलवे स्टेशन पर मौजूद बोर्ड के छोटे-छोटे चिन्हों पर गौर किया है, अगर हां तो उस दौरान आपने P.H. लिखा हुआ जरुर देखा होगा। लेकिन बहुत कम लोग जानते होंगे कि उसका मतलब क्या होता है। अगर आप भी उनमे से एक है तो यह लेख आपकी मदद करने वाला है, क्योंकि आगे आपको जानकारी मिलने वाली है कि P.H. का मतलब क्या होता है?

Indian Railways Facts

आज के समय में करोड़ों की तादाद में लोग ट्रेन से सफ़र करते हैं। हर किसी यात्री की जर्नी एक स्टेशन से शुरू होकर दूसरे स्टेशन पर खत्म होती है। रेलवे स्टेशन मूल रूप से ऐसा स्थान है जहाँ पर हर किसी चिन्ह के पीछे एक कारण छिपा होता है। मगर आपने कभी उन कारणों को जानने की कोशिश की है। आज हम आपको बताएंगे कि रेलवे स्टेशन के पीले रंग के बोर्ड पर P.H. क्यों लिखा होता है?

क्या है P.H. का राज़

आपने रेलवे स्टेशन के पीले रंग के बोर्ड को देखा होगा और आपने यह भी देखा होगा कि स्टेशन के नाम के आगे सेंट्रल, हॉल्ट, रोड लिखा होता है, लेकिन कभी P.H. स्टेशन सुना या देखा है। दरअसल पी.एच. यानी पैसेंजर हॉल्ट। यह एक छोटे से गांव में या ऐसे स्टेशन में बनाया जाता है जो किसी ए, बी, सी और डी ग्रेड स्टेशन के मानदंडों को पूरा नहीं करता है। इन स्टेशनों पर केवल पैसेंजर ट्रेनों का ही ठहराव होता है और सामान्य स्टेशन की तरह लूप लाइन सिस्टम नहीं होती है। यहां कोई सिग्नल सिस्टम भी मौजूद नहीं होती और न ही किसी रेलवे कर्मचारी की मौजूदगी होती है।

P.H. स्टेशन पर कोई व्यवस्था नही

इन स्टेशनों पर लोको पायलट सिर्फ 2 मिनट के लिए ट्रेन रोकते हैं। यात्रियों के चढ़ने और उतरने के बाद गार्ड की अनुमति पर ट्रेन चलाई जाती है। पीएच स्टेशन पर यात्रियों के लिए पेयजल, प्रतीक्षालय, बैठने की व्यवस्था जैसी कोई सुविधा नहीं है। मेन लाइन पर इस तरह के स्टेशन होने से लोको पायलट सक्रिय हो जाते हैं और सबसे पहले सही ट्रेन की गति को नियंत्रित करते हैं।

P.H स्टेशन का इंफ्रास्ट्रक्चर इतना खराब क्यों

P.H. स्टेशन पर गाँव वालों की सहमति से टिकट वेंडर अप्पोइंट किए जाते हैं और यात्रियों की सुविधा के लिए टिकट भी बिकवाए जाते हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दूं कि P.H स्टेशन का इंफ्रास्ट्रक्चर बहुत खराब होता है और इन स्टेशन तक पहुँचने में लोगों को वक़्त भी लगता है। इसी वजह से रेलवे स्टेशन पर लगे बोर्ड पर P.H लिखा होता है।