हम लोग हर रोज मोबाइल का प्रयोग करते हैं व मोबाइल फोन में सिम तो जरूर होता है। हमने न जाने कितनी बार सिम निकाल कर लगाए होते हैं। लेकिन क्या कभी हमारा ध्यान इस बात पर गया है कि सिम का एक कोना कटा हुआ क्यों होता है? और सिर्फ सिम ही नहीं सिम डालने के लिए उसके स्लॉट में भी कट लगाया जाता है।
संभवतः ज्यादातर लोग इस तथ्य के विषय में जानकारी न रखते हों कि सिम कार्ड का कोना क्यों कटा रहता है। आज के आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि आखिर ऐसा क्यों किया जाता है?
क्या है सिम का फंक्शन?
सबसे पहले हम यह जानते हैं कि सिम क्या होता है और इसके कार्य क्या होते हैं। सिम का फुल फॉर्म सब्सक्राइबर आइडेंटिटी मॉड्यूल या सब्सक्राइबर आइडेंटिफिकेशन मॉड्यूल है। यह एक इंटीग्रेटेड सर्किट है जो मोबाइल के ऑपरेटिंग सिस्टम (OS) को ऑपरेट करता है। यह इंटरनेशनल मोबाइल कस्टमर आइडेंटिफिकेशन (IMCI) नंबर और उससे संबंधित जानकारियों को स्टोर करता है। इसकी चौड़ाई 25 मिलीमीटर, लंबाई 15 मिलीमीटर, मोटाई 0.76 मिलीमीटर होती है।
सिम पर कट होने का कारण
मोबाइल सिम कार्ड के एक कोने से कटे होने का कारण सिम कार्ड और कार्ड धारक के कांटेक्ट को सही तरह से बैलेंस करना होता है। सिम कार्ड का पिन नंबर एक मोबाइल फोन के संबंधित पिन से उचित रूप से संपर्क करना चाहिए। सिम को मोबाइल फोन के अंदर सही तरह से लगाने के लिए ही उस पर कट लगाया जाता है और सिम का डिजाइन इस तरह से बनाया जाता है कि सिम उल्टा है या सीधा इसकी पहचान की जा सके, क्योंकि उल्टा सिम लगाने से चिप खराब होने का भी खतरा रहता है। आजकल ज्यादातर फोन में छोटे सिम इस्तेमाल होने लगे हैं जिन्हें मिनी माइक्रोचिप कहा जाता है।
सिम कार्ड में लगी चिप के उपयोग
सिम कार्ड पर गोल्ड का प्रयोग किया जाता है और साथ ही उसे पर चांदी का ऑक्सीकरण करके भी इस्तेमाल किया जाता है जिसकी वजह से सिम कार्ड और उसकी मेमोरी चिप लंबे समय तक बिना खराब हुए काम करती है। सिम कार्ड में लगी चिप के कारण ही मोबाइल फोन में मैसेज कॉल इंटरनेट आदि के सिंग्नल्स आते हैं।
सिम कार्ड घर का पता या किसी का नंबर सेव नहीं रखता लेकिन अगर एसएमएस के द्वारा यह जानकारियां कभी भी भेजी गई हों या कांटेक्ट लिस्ट में नाम के साथ मोबाइल नंबर शेयर किए गए हों तो यह सब कुछ सिम कार्ड में सेव हो जाता है।
न केवल इतना ही बल्कि सिम कार्ड कॉल हिस्ट्री और लोकेशन पता करने में भी बहुत सहायक होता है। इसलिए जब भी किसी अपराधी की कॉल हिस्ट्री या लोकेशन पता करनी होती है तो उसके सिम कार्ड का प्रयोग किया जाता है। सिम कार्ड का प्रयोग करके गुमशुदा लोगों की तलाश करना भी आसान हो जाता है। कई बार हमें लगता है कि हमने मैसेज डिलीट कर दिए हैं लेकिन ऐसा नहीं होता सारे मैसेज सिम कार्ड में से रहते हैं, जब तक कि नए डाटा से उसे ओवर-राइट नहीं कर दिया जाता।