पत्थर को कितनी स्पीड से ऊपर फेंकने पर नीचे नहीं आएगा? क्या ऐसा संभव है? जानिए इसकी सच्चाई

हम कभी न कभी पत्थर या कोई अन्य वस्तुएं धरती से ऊपर की तरफ फेंकते हैं, लेकिन कुछ पल के बाद वह फिर से नीचे आ जाता है। वहीं जब वैज्ञानिकों को किसी ग्रह पर मिशन भेजना होता है तो उसमे उन्हें सफलता मिल जाती है तो ऐसा क्यों होता है? तथा इसके पीछे क्या-क्या वजहें हैं।

Stone
WhatsApp Group (Join Now) Join Now
Telegram Group (Join Now) Join Now

बहुत सारे लोगों के मन में एक सवाल अवश्य चल रहा होगा कि किसी पत्थर या कोई अन्य वस्तुएं को कितनी तेज स्पीड से फेका जाए ताकि वह कभी अंतरिक्ष से नीचे न आए। आज की इस लेख में आपके उन सभी सवालों का जवाब मिलने वाला है, लेकिन उस के लिए यह आर्टिकल अंत तक पूरा पढ़िए।

कोई भी वस्तु ऊपर फेंकने से नीचे आने का कारण क्या है?

जब हम कोई चीज धरती से ऊपर की तरफ फेंकते हैं तो वह कुछ पल के बाद नीचे आ जाता है और ऐसा धरती की गुरुत्वाकर्षण बल की वजह से होती है। लेकिन यह कहना बिल्कुल गलत होगा कि घरती के गुरुत्वाकर्षण बल को पीछे नहीं छोड़ा जा सकता है। यदि यह असंभव होता तो अंतरिक्ष या किसी ग्रह पर कोई भी मनुष्य नहीं पहुंच पाता।

कितनी स्पीड से ऊपर फेंकने पर नीचे नहीं आएगी वस्तु?

किसी वस्तु को अंतरिक्ष में हमेशा के लिए भेजते समय धरती के गुरुत्वाकर्षण की परिधि को पार करना होगा। इस के लिए उस वस्तु या पत्थर को 11.2 किलोमीटर प्रति सेकेंड की स्पीड से फेंकने की जरुरत पड़ेगी। इस गति से कोई वस्तु ऊपर की तरफ फेंकने से वह धरती के गुरुत्वाकर्षण की परिधि से आगे निकल जाती है, इसी वजह से वह फिर से वापस नहीं आती है।

वैज्ञानिक को जब अंतरिक्ष या किसी ग्रह पर कुछ भेजना होता है तब वो इसी गति से भेजते हैं जिस वजह से वह धरती से बाहर चली जाती है। वैज्ञानिक अपने अभियान के दौरान हमेशा 11.2 किलोमीटर प्रति सेकेंड से ज्यादा की गति से कोई वस्तु भेजता है ताकि वह नीचे न आए। अगर ऐसा नहीं हुआ तो धरती की गुरुत्वाकर्षण बल उसे अपनी तरफ खींच लेगी।

error: Alert: Content selection is disabled!!