Green peas: मटर खाने वाले हो जाएं सावधान, आज ही छोड़ दें मटर खाना, जानें किसे नहीं करना चाहिए इसका सेवन

Green Peas: सर्दियों के दिनों में हर भारतीय रसोई में मटर के पराठे, आलू-मटर या मटर-पनीर की सब्जी या फिर मटर की चटनी बनती ही रहती हैं। इसके अलावा पोहे, उपमा या खिचड़ी जैसे व्यंजनों में भी मटर डाली ही जाती है। अगर आपके घर में सर्दियों के दिनों में मटर का उपयोग काफी ज्यादा होता है, तो हम आपको बता दें कि बहुत अधिक हरी मटर खाने से दुष्प्रभाव भी हो सकते हैं।

Green peas

इसमें कोई शक नहीं है कि हरी मटर बेहद पौष्टिक होती है और इसे अपने आहार का हिस्सा बनाना चाहिए। एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होने के साथ-साथ इनमें कई विटामिन और खनिज भी होते हैं। वे मधुमेह रोगियों में रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने के लिए भी बहुत अच्छे हैं और फाइबर का उच्च स्रोत होने के कारण वे पाचन में भी सहायता करते हैं। लेकिन जैसा कि कहा जाता है, अति किसी भी चीज की बुरी होती है और मटर के लिए भी यही बात लागू होती है।

आज के इस लेख में हम आपको मटर से होने वाले दुष्प्रभावों के बारे में बतायेंगे और साथ ही ये भी बतायेंगे कि किन लोगों को हरे मटर से परहेज करना चाहिये।

गैस की समस्या

अगर कोई व्यक्ति गैस की समस्या से परेशान रहता है, तो उसे मटर से परहेज करना चाहिये। कच्चे हरे मटर में लेक्टिन और फाइटिक जैसे कुछ विरोधी पोषक तत्व होते हैं, जो गैस और फ्लैटुलेंस के साथ सूजन का कारण बन सकते हैं।

पोषक तत्वों का कम अवशोषण होता है

निश्चित रूप से हरे मटर पोषक तत्वों से भरे होते हैं, लेकिन उनमें कुछ एंटीन्यूट्रिएंट्स भी होते हैं। हरे मटर में फाइटिक एसिड भी होता है, जो आपके शरीर में आयरन, कैल्शियम और जिंक के अवशोषण को कम करता है। इसलिये इसका अत्याधिक सेवन नहीं करना चाहिये।

किडनी में समस्या वाले लोग करें परहेज

हरे मटर में उच्च प्रोटीन सामग्री होती है, जो अगर बड़ी मात्रा में खाया जाता है, तो किडनी के कामकाज को प्रभावित कर सकता है। यह शरीर में यूरिक एसिड स्तर को भी बढ़ावा दे सकता है जो जोड़ों में दर्द का कारण बन सकता है। ऐसे में अगर किसी को किडनी से जुड़ी कोई भी समस्या है, तो उन लोगों को मटर से परहेज करना चाहिये।

वजन घटाने की कोशिश करने वाले ना खायें मटर

हरी मटर का ज्यादा सेवन करने से वजन बढ़ सकता है। ऐसे में अगर आप वजन घटाने का प्रयास कर रहे हैं, तो हरे मटर का ज्यादा सेवन ना करें। हरे मटर से फैट बनता है।

दस्त की समस्या

अगर आपका पेट खराब है और आप उपमा या खिचड़ी जैसे हल्के खाने में मटर डाल कर खा रहे हैं, तो ये आपकी परेशानी को और बढ़ा सकता है। हरे मटर दस्त का कारण बन सकते हैं। यह पेट में प्रोटीन के टूटने की प्रक्रिया के दौरान मटर में प्रोटीन सामग्री के परिणामस्वरूप होता है। इसके अलावा, डिब्बाबंद हरे मटर के लगातार सेवन करने की सलाह नहीं दी जाती है। उनमें कभी-कभी अतिरिक्त शर्करा होता है, जो स्वाद को बढ़ाता है और इसमें ऐसे संरक्षक होते हैं, जो शरीर के लिए स्वस्थ नहीं होते हैं।

WhatsApp चैनल ज्वाइन करें