मनुष्य के जन्म कुंडली में छिपा होता है करोड़पति बनने का योग, इस खास योग की वजह से लोग बनते हैं अमीर

क्या आकी कुंडली में भी करोड़पति बनने का योग है? क्या आप भी धनवान और अमीर बन सकते हैं? इस सवाल का जवाब हर कोई हां में ही देना चाहेगा, क्योंकि हर व्यक्ति अमीर बनने का सपना देखते हैं, लेकिन अधिकतर लोगों का यह ड्रीम कभी पूरा नहीं हो पाता है।

Dhan Yog in Kundli
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आज हम बात करेंगे धन योग के बारे में, किन ग्रहों और किन भावों के माध्यम से धन योग बनता है या फिर करोड़पति योग बनता है। ऐसे उदाहरण आपको देखने को मिले होंगे की वह गरीब से कैसे अमीर बन गया। ऐसे कौन से योग और ग्रह है जिससे व्याक्ति की क़िस्मत बदल जाती है।

कैसे बनता है कुंडली में धन योग

आपको बता दूं कि कुंडली का दूसरा भाव धन का होता है, ग्यारहवां भाव लाभ का होता है। आपकी कितनी आय होगी और कितना लाभ होगा यह हम ग्यारहवां भाव से जान सकते हैं। यदि कुंडली का लग्नेश अच्छे भावों में बैठा है तो आपका धन योग पूर्ण रूप से सफलदायक होगा। इस धन योग से आपको मकान, गाड़ी, प्रॉपर्टी सारी चीज़ें मिलेंगी।

कौन से भावों से बन सकते हैं करोड़पति

अगर आपकी जन्मकुंडली के तीसरे भाव में सूर्य विराजमान है, 9वें भाव में चंद्रमा विराजमान है, इसके अलावा जिसका पूर्णिमा के आस-पास जन्म हुआ हो और 5वें घर में ब्रहस्पति विराजमान हो तब मनुष्य को जीवन में मान सम्मान, धन, यश तथा हर वो सुख सुविधा मिलेगी जो आप धन योग की वजह से खरीद सकते हो। इन तीनो भावों में से सबकी दशा और डिग्री युवा अवस्था की ओर हो तो सबसे बढ़िया रहता है।

यदि आपकी जन्मकुंडली में शनि, शुक्र और बुध जैसे ग्रह एक साथ मिलकर भावों में आते हैं तो इससे कारोबार में खूब लाभ होता है और आप ज़रूर बहुत बड़ी संपति के मलिक बनते हैं। यदि कुंडली में चन्द्रमा छठे, सांतवे और आठवें भाव में शुभ ग्रह हो अथवा इनमे से किसी दो भाव में शुभ ग्रह स्थित है तब आप करोड़पति बनते हैं। यदि आपकी कुंडली में तुला, मकर, शनि और कुंभ राशि में है और शुक्र सातवें भाव का स्वामी दसवें भाव में है तो व्याक्ति का धनवान बनना तय है।

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