इस फोटो में दिख रहा लड़का बना बहुत बड़ा सुपरस्टार, इनके सामने करीना-करिश्मा भी झुकाती थी सिर

अपने फेवरेट एक्टर या एक्ट्रेस की बचपन की फोटो देख फैंस कई बार कंफ्यूज हो जाते हैं और उन्हें पहचान ही नहीं पाते। कुछ ऐसा ही इस फोटो के साथ भी है। इस फोटो में नजर आ रहे तीनों ही बच्चों को पहचान पाना कइयों के लिये मुश्किल भरा काम है। हालांकि, हम आपको बता दें कि फोटो में साइड में खड़ा ये बच्चा बॉलावुड का सुपरस्टार रह चुका है। यहां तक कि इनके परिवार के कई सदस्य बॉलावुड पर राज कर चुके हैं और कई आज भी कर रहे हैं।

Shashi Kapoor

अगर आप अब भी इन्हें नहीं पहचान पाये हैं, तो चिंता की जरूरत नहीं है। हम आपको बताते हैं कि ये सुपरस्टार आखिर है कौन। ये अभिनेता शशि कपूर के बचपन की तस्वीर है, जिसमें उनके साथ एक्ट्रेस मीना कुमारी की बहन बेबी माधुरी और बेबी शकुंतला हैं। ये फिल्म बचपन के सेट की तस्वीर है, जो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुई है।

भारत सरकार से मिला पद्म भूषण और दादा साहब फाल्के पुरस्कार

शशि कपूर (18 मार्च 1938 – 4 दिसंबर 2017) एक मशहूर अभिनेता और फिल्म निर्माता थे, जो हिंदी फिल्मों में अपने काम के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने अपने जीवन में कई पुरस्ताक अर्जित किये। भारत सरकार ने भारतीय सिनेमा में उनके योगदान के लिये उन्हें 2011 में पद्म भूषण और 2014 में दादा साहब फाल्के पुरस्कार से भी सम्मानित किया था।

बाल कलाकार के रूप में शुरू किया करियर

कपूर परिवार में जन्मे शशि कपूर पृथ्वीराज कपूर के तीसरे और सबसे छोटे बेटे थे। उन्होंने अपने भाई राज कपूर के निर्देशन में बनी फिल्म आग (1948) में एक बाल कलाकार के रूप में अपना करियर शुरू किया, और यश चोपड़ा के राजनीतिक नाटक धर्मपुत्र (1961) में एक वयस्क के रूप में उनकी पहली भूमिका थी।

एक झलक के लिए तरसती थी फीमेल फैंस

कपूर ने 1958 अभिनेत्री जेनिफर केंडल से शादी की थी और उनके तीन बच्चे थे – कुणाल कपूर, करण कपूर और संजना थापर।
शशि कपूर बॉलीवुड के लोकप्रिय एक्टर्स में से एक थे। एक वक्त था जब लड़कियां उनके लुक्स और मुस्कान पर मरती थी। दशकों तक उन्होंने अपनी फैन फॉलोइंग को ऐसे ही कायम रखा।

शशि कपूर ने अपने पिता पृथ्वीराज कपूर द्वारा निर्देशित और निर्मित नाटकों में अभिनय किया। उन्होंने 1940 के दशक के अंत में शशिराज के नाम से एक बच्चे के रूप में फिल्मों में अभिनय करना शुरू किया, क्योंकि इसी नाम से पहले से ही एक अन्य अभिनेता थे जो बाल कलाकार के रूप में पौराणिक फिल्मों में अभिनय करते थे।

एक बाल कलाकार के रूप में उनका सबसे प्रसिद्ध प्रदर्शन आग (1948) और आवारा (1951) में था, जहां उन्होंने अपने बड़े भाई राज कपूर द्वारा निभाए गए पात्रों के छोटे संस्करण को निभाया और संग्राम (1950) में, जहां उन्होंने अशोक कुमार और दाना पानी (1953) के छोटे संस्करण की भूमिका निभाई, जहाँ उन्होंने भारत भूषण के साथ अभिनय किया। उन्होंने 1948 से 1954 तक बाल कलाकार के रूप में चार हिंदी फिल्मों में काम किया।

हालांकि, एक वक्त ऐसा भी था, जब शशि कपूर और जेनिफर केंडल को आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ा था। उस वक्त उनके पास फिल्में नहीं थी और गुजारा करने के लिये दोनों को घर का सामान बेचना पड़ा था।

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