पुराने सिक्के और नोट ऑनलाइन खरीदने वालों को RBI की कड़ी चेतावनी, जानें पुराने नोट कैसे कर सकता है मालामाल

आपने सोशल मीडिया या खबरों के माध्यम से सुना होगा कि किसी को पुराने सिक्के या नोट बेच कर लाखों या करोड़ों रूपये मिल गये हों। दरअसल, कुछ ऑनलाइन वेबसाइट्स हैं, जिन पर प्राचीन सिक्कों और नोटों की नीलामी होती है।

RBI warns those buying old coins and notes online

जिस इंसान के पास भी पुराने सिक्के जैसे 25 पैसे का गैंडे के चित्र वाला सिक्का, एक रूपये का गेंहू की बालियों वाला सिक्का या मोर वाला दस का नोट जैसे संग्रहित किये हुए हों, तो वे ईबे, ओएलएक्स या फिर क्विकर जैसी साइट्स पर इन्हें नीलामी के लिये रख सकते हैं।

10 करोड़ में बिक चुका है ये सिक्का

कई लोग होते हैं, जो इन प्राचीन वस्तुओं को खरीदना चाहते हैं। ऐसे में साइट्स पर आपका विज्ञापन देख वे आपसे आपके सिक्कों या नोटों का सौदा कर सकते हैं। ऐसे में आप इन्हें बेच कर लाखों या करोड़ों रूपये कमा सकते हैं। कुछ समय पहले ही खबर आयी थी कि एक व्यक्ति ने ऐसी ही एक साइट पर एक रूपये का गेहूं की बालियों वाला सिक्का 10 करोड़ रूपये में बेचा था।

सुनने में भले ही ये हैरान करने वाला हो, लेकिन लगभग विलुप्त हो चुके पुराने सिक्कों के लिये आज कुछ लोग करोड़ों रूपये तक देने को तैयार हैं और हाल ही में ऐसा हुआ भी है। दरअसल, ये सिक्का 1885 में बना हुआ था, जिस वजह से आज ये एंटिक हो चुका है। अगर आपके पास भी ऐसे सिक्कों का कलेक्शन है, तो आप नीचे दिये गये चरणों का अनुसरण कर उन्हें अच्छी कीमत में बेच सकते हैं।

  • क्विकर या ओएलएक्स जैसे एप्स डाउनलोड करें।
  • आप जिस सिक्के या नोट को बेचना चाहते हैं, उसकी एक क्लीयर फोटो खींच लें।
  • अब इस फोटो को ईबे या ओएलएक्स पर अपलोड करें।
  • साइट पर आपका विज्ञापन दिखाया जायेगा।
  • इच्छुक लोग, जो पुराने नोट और सिक्के खरीदना चाहते हैं, विज्ञापन जारी होने पर आपसे संपर्क करेंगे।
  • आप उनसे बातचीत कर अपने सिक्के की कीमत तय कर उसे बेच सकते हैं।

आरबीआई ने दी कड़ी चेतावनी

हालांकि, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने जनता को पुराने नोटों और सिक्कों की खरीद-बिक्री की पेशकशों के शिकार होने से आगाह किया है। केंद्रीय बैंक ने एक बयान में कहा कि कुछ तत्व धोखे से भारतीय रिजर्व बैंक के नाम और लोगो का उपयोग कर रहे हैं और विभिन्न ऑनलाइन और ऑफ़लाइन प्लेटफ़ॉर्म माध्यमों से पुराने नोटों और सिक्कों की खरीद-बिक्री से संबंधित लेनदेन में जनता से शुल्क, कमीशन और कर की मांग कर रहे हैं।

आरबीआई ने अपने बयान में कहा है कि “यह स्पष्ट किया जाता है कि भारतीय रिजर्व बैंक इस तरह के इस तरह के लेनदेन के मामलों में काम नहीं करता है और कभी भी किसी भी प्रकार के शुल्क/कमीशन की मांग नहीं करता है”। आरबीआई ने आम जनता को सलाह दी है कि वे इस तरह के फर्जी और फर्जी प्रस्तावों के माध्यम से पैसे निकालने के लिए अपने नाम का उपयोग कर तत्वों के शिकार न हों और सतर्क रहें।

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