अब बिना दवा का सेवन किए कंट्रोल होगा हाई बीपी, हृदय रोग से भी मिलेगी छुटकारा, लेकिन करना होगा ये काम

भारतीय चिकित्सा पद्धति में योग के जरिए बहुत से रोगों का इलाज किया जाता है। ये प्रथा एक-दो साल नहीं बल्कि हजारों साल पुरानी है। आज के समय में लोग एलोपैथिक दवा पर बहुत ज्यादा डिपेंडेंट हो गए हैं, लेकिन अगर आज भी आप योग पद्धति का इस्तेमाल करेंगे तो बहुत सी मर्ज का इलाज कर पाएंगे।

High BP

योगासन का लोहा मेडिकल साइंस ने भी माना है। हृदय रोग हो या हाई ब्लड प्रेशर, योगासन सभी समस्याओं की इलाज में काफी लाभकारी है। तो चलिए आज हम आपको आगे इस लेख में उस योगासन के बारे में बताते हैं जिसकी मदद से बीपी कंट्रोल किया जा सकता है। उस योगासन की वजह से हार्ट मरीज को भी आराम मिलेगा।

ताड़ासन हार्ट हेल्थ के लिए है फायदेमंद

अमेरिकन एकेडमी फॉर योगा इन मेडिसिन के अध्यक्ष इंद्रनील बासु रे के अनुसार ताड़ासन को खड़े होकर किया जाता है। ये हमारी फिजिकल पोजीशन को सुधारने में मदद करता है। इस आसन को करने से हमारे जांघ, टखने और घुटने मजबूत होते हैं और साथ ही इनमें ब्लड फ्लो बढ़ता है, जो दिल की सेहत के लिए काफी अच्छा है। साथ ही इससे ब्लड प्रेशर भी कंट्रोल किया जा सकता है। 

सेतु बंधासन से होगा हृदय रोग का खतरा कम

अगर आप चाहते हैं कि आपको हार्ट डिजीज का खतरा कम हो तो इसके लिए आपको सेतु बंधासन करना चाहिए। इस आसन में पीठ को हल्का सा मोड़ा जाता है, जिससे आपके चेस्ट और फेफड़ों को मजबूती मिलती है। इनमें ऑक्सीजन का प्रवाह बढ़ता है और सांस लेने की क्रिया में सुधार आता है। अगर आप ऐसे एरिया में रहते जहां वायु प्रदूषण बहुत ज्यादा है तो आपको ये आसान जरूर करना चाहिए। 

वृक्षासन से होगा हृदय स्वस्थ

हृदय को स्वस्थ बनाने के लिए वृक्षासन बहुत लाभकारी है। इस आसन में पेड़ जैसी मुद्रा बनाई जाती है और ये आसन शरीर को बैलेंस करना सिखाता है। इस आसन से शरीर के साथ-साथ दिमाग को एकाग्र रखने में मदद मिलती है। नसों और शरीर के बीच में संतुलन बनाने में भी मदद करता है ये आसन। दिल को लगातार ब्लड को पंप करके ऑक्सीजन की आपूर्ति में सहायता करता है वृक्षासन। 

अधोमुखशवासन देता है दिल को नई ऊर्जा

अगर आप दिल को नई ऊर्जा से भरना चाहते हैं तो इसके लिए आपको नियमित अधोमुखशवासन की मुद्रा बननी चाहिए। इससे दिमाग में खून की सप्लाई अच्छी होती है, जिससे डिप्रेशन कम होता है और हाई ब्लड प्रेशर और दिल की बीमारियों का जोखिम कम करने में मदद मिलती है। ये आसन नियमित रूप से करने से आपका दिल ऊर्जावान बना रहेगा। 

अंत में हम आपको यही सलाह देंगे कि अगर आप किसी भी तरह की बीमारी से ग्रसित है तो ये आसन करने से पहले आप अपने हेल्थ एक्सपर्ट से सलाह जरूर ले लें।इसके अलावा इन आसनों को एक्सपर्ट्स की देखरेख में करें तो आपको ज्यादा फायदा मिलेगा।