आपने अक्सर मंदिरों के बाहर या सड़कों के किनारे पीपल के पेड़ देखा होगा, जिसकी अक्सर पूजा की जाती है। हिंदू धर्म में वनस्पतियों को पूजनीय का दर्जा दिया गया है। कई ऐसे पेड़ पौधे हैं, जिसकी सनातन धर्म में पूजा अर्चना की जाती है और इन्हीं में से एक है पीपल का वृक्ष। पीपल के वृक्ष में ना सिर्फ देवी-देवताओं बल्कि हमारे पूर्वजों या पित्रों का भी वास होता है। पितृ दोष को दूर करने के लिये भी पीपल के पेड़ की पूजा का विशेष महत्व है।
हालांकि, आपने कभी भी किसी घर में या घर के आस-पास पीपल का वृक्ष नहीं देखा होगा। ऐसे में आपके मन में सवाल तो आता ही होगा कि आखिर क्यों ये पेड़ घर में नहीं लगाया जाता, जबकि इसका महत्व विशेष है। आइये जानते हैं पीपल के वृक्ष से जुड़ी कुछ बातों के बारे में विस्तार से…..
घर में कभी न लगाए पीपल का पेड़
वास्तु शास्त्र के मुताबिक कभी भी पीपल का पेड़ घर में नहीं लगाना चाहिये, क्योंकि इससे कई परेशानियां खड़ी हो सकती हैं। भले ही इस वृक्ष में भगवान का वास हो, लेकिन कहा जाता है कि घर में अगर ये वृक्ष लग जाये, तो आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इसलिये हमेशा ध्यान रखें कि आपके घर के भीतर किसी कोने में या आंगन में पीपल का पेड़ ना लग गया हो। अगर है, तो इसे तुरंत जड़ से निकाल बाहर करें।
पीपल के पेड़ को हटाने से पहले करें पूजा
अगर आपके घर में पीपल का पौधा लग गया है, तो इसकी अच्छे से पूजा करने के बाद ही इसे हटायें। पौधे को हटाते समय ध्यान रखें कि आप भूल से भी इसकी जड़ को ना काटें, क्योंकि शास्त्रों में पीपल के पेड़ को ब्रह्मा जी का वास माना गया है।
पीपल के पेड़ को जड़ से न काटे
घर में लगे पीपल के पौधे को हटा कर किसी गमले में लगा कर मंदिर में रख आयें। ध्यान रखे कि आप इसे जड़ सहित उखाड़े, क्योंकि पीपल के पेड़ को काटने से जीवन में नकारात्मकता का सृजन होता है और वैवाहिक जीवन में भी परेशानी आ सकती है। इसके अलावा पीपल के पेड़ को काटने से पित्र भी आहत होते हैं।
पीपल के पेड़ की छाया घर पर न आए
इसके अलावा अगर आपके घर के पास कोई पीपल का पेड़ है और उसकी छाया आपके घर पर पड़ती है, तो आपके घर की प्रगति रुक सकती है। इस वजह से जल्द से जल्द उस पीपल के पेड़ को वहां से हटवाने का प्रयास करें, अगर ऐसा नहीं किया तो आपके जीवन में बहुत सारी समस्या आ सकती है।