IND vs WI: दूसरे टी20 में जीत के इरादे से उतरेगी भारतीय टीम, दांव पर होगी इन खिलाड़ियों की प्रतिष्ठा

IND vs WI: पहला मैच हारने के बाद अब टीम इंडिया रविवार को वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरा टी20 खेलेगी। यह मैच गुयाना के प्रोविडेंस स्टेडियम में खेला जाएगा। अपने प्रतिष्ठित आईपीएल सितारों की विश्वसनीयता भी दांव पर होगी, क्योंकि भारतीय टीम रविवार को पांच मैचों की श्रृंखला के दूसरे टी20 में बराबरी के लक्ष्य के साथ उतरेगी। पहले टी20 में टीम इंडिया जीती हुई बाजी हार गई। वेस्टइंडीज ने यह मैच चार रन से जीत लिया।

IND vs WI

इस साल होने वाले वनडे वर्ल्ड कप को देखते हुए यह अच्छी टी20 सीरीज नहीं है, लेकिन कप्तान हार्दिक पांड्या और उप-कप्तान सूर्यकुमार यादव व्यक्तिगत तौर पर और टीम के तौर पर बेहतर प्रदर्शन करना चाहेंगे। इन दोनों के अलावा ईशान किशन, शुभमन गिल और संजू सैमसन की नजर भी वनडे वर्ल्ड कप पर है, लेकिन एशिया कप से पहले वो आत्मविश्वास हासिल करने के लिए कुछ अच्छी पारियां खेलना चाहेंगे।

पदार्पण कर रहे तिलक वर्मा (22 गेंदों पर 39 रन) के अलावा भारत का कोई भी आईपीएल सितारा पहले टी20 मैच में प्रभावित नहीं कर सका। नौ दिनों में तीन देशों (त्रिनिदाद एंड टोबैगो, गुयाना और अमेरिका) में पांच टी20 मैच खेले जाने हैं। इसलिए हार्दिक, गिल, ईशान और स्पिनर कुलदीप यादव को भी पर्याप्त आराम की जरूरत है।

टी20 टीम में युवा खिलाड़ियों के होते हुए भी बिना आराम के इतना सफर करना और उछाल भरी पिचों पर लगातार खेलना अच्छा नहीं है। अगले साल टी20 वर्ल्ड कप वेस्टइंडीज और अमेरिका में होगा। ऐसे में इस सीरीज से भारत को छोटे फॉर्मेट में अपने विकल्प तलाशने का मौका मिला है। ऐसे में आईपीएल स्टार यशस्वी जायसवाल को भी मौका दिया जा सकता है।

भारत की प्राथमिकता बल्लेबाजी में बेहतर प्रदर्शन करने की होगी। इस मैदान पर खेले गए 11 टी20 मैचों में से तीन बारिश के कारण रद्द हो गए जबकि मेजबान टीम आठ में से पांच हार गई। टेस्ट और वनडे में खराब दौर के बावजूद वेस्टइंडीज की टीम टी20 में मजबूत है क्योंकि उसके पास कई बड़े हिटर हैं। इनमें निकोलस पूरन, काइल मायर्स, शिमरॉन हेटमायर, रोवमैन पॉवेल और रोमारियो शेफर्ड प्रमुख हैं, जिनके बल्ले पर काबू पाना मुश्किल होगा।

भारत के लिए सूर्यकुमार यादव को बड़ी पारी खेलने की जरूरत है। वहीं सैमसन भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा के साथ न्याय नहीं कर सके। गेंदबाजों में युजवेंद्र चहल, जिन्हें वनडे में मौका नहीं मिला है, यहां अपनी उपयोगिता साबित करना चाहेंगे। अर्शदीप सिंह अभी भी डेथ ओवरों में सीख रहे हैं। आवेश खान और उमरान मलिक को भी यह देखने का मौका दिया जाना चाहिए कि क्या वे जीवंत पिचों पर एक्स फैक्टर हो सकते हैं या नहीं।