Income Tax Notice: जब आपके बैंक खाते में पैसा इतना जमा होता है कि इससे आपकी आय पर इनकम टैक्स का भुगतान करना जरूरी होता है, तो आपको इस नियम के बारे में जानकारी होनी चाहिए। पहले लोग पारंपरिक बैंक पर निर्भर रहते थे। जब भी ऑफिशियल छुट्टियां या हड़ताल होते, तो बैंकों में ताला लगा रहता था। जब बैंक खुलते, तो लोगों की लंबी कतारें होती थीं। लोग कई घंटों तक लाइन में खड़े रहते थे।
वही डिजिटल बैंकिंग से लोगों की पारंपरिक निर्भरता कम हुई है। देश में लगभग 80% लोग बैंकिंग सिस्टम से जुड़े हैं। बैंक खाते में पैसे सुरक्षित रहते हैं और ब्याज भी मिलता है। सरकार को लोगों को सुविधाएं पहुंचाना भी आसान हो गया है।
इनकम टैक्स के नियम क्या हैं? (Income Tax Notice)
सेविंग खाते में पैसे रखने की कोई लिमिट नहीं है। आप चाहें जितनी मर्जी पैसा इसमें जमा कर सकते हैं। लेकिन यदि जमा की गई राशि इनकम टैक्स के दायरे में आती है, तो आपको उसकी आधिकारिक जानकारी भी देनी होगी।
इससे आपकी कमाई का सोर्स भी पता चलेगा। एक फाइनेंशियल ईयर में 10 लाख रुपये से अधिक जमा करने पर आपको सीबीडीटी को जानकारी देना जरुरी है। यह लिमिट एफडी, म्यूचुअल फंड, और शेयरों में निवेश पर लागू होती है।
पैसों का सोर्स न बताने पर क्या होगा?
खाते में 10 लाख रुपये जमा करने पर इनकम टैक्स विभाग से संबंधित सवाल हो सकते हैं। संतुष्ट जवाब पर जांच भी हो सकती है, और यदि पकड़ा जाता है, तो जुर्माना भी देना पड़ सकता है। जमा राशि पर टैक्स, सरचार्ज, और सेस भी लगा सकते हैं। सेविंग खाते में बड़ी रकम रखना बेकार है। शेयर मार्केट या म्यूचुअल फंड में निवेश करें या फिर एफडी कराएं, जिससे पैसा सुरक्षित रहे और अच्छा रिटर्न मिले।
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